सूत्रों की मानें तो मोदी के इस मंत्रिमंडल में युवाओं के साथ अनुभव का संतुलन देखने को मिलेगा। साथ ही महिलाओं के साथ ही कैबिनेट में मंत्रियों का शिक्षा स्तर पर अच्छा बताया जा रहा है। यानी मंत्रिमंडल में पीएचडी, एमबीए और पोस्ट ग्रेजुएट के साथ प्रोफेशनल्स को जगह दी जा सकती है। कैबिनेट में विस्तार के साथ बदलाव भी होगा जो आगामी पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव पर आधारित होगा।
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लंबे समय से मोदी कैबिनेट को लेकर चल रहा इंतजार 7 जुलाई को खत्म होने जा रहा है। शाम 6 बजे ना मोदी मंत्रिमंडल का विस्तार होगा बल्कि राष्ट्रपति भवन में शपथ ग्रहण समारोह भी आयोजित किया जाएगा।
केंद्रीय मंत्री थावरचंद गहलोत को कर्नाटक का राज्यपाल नियुक्त करने के साथ ही ये साफ हो गया है कि मोदी कैबिनेट में उम्र दराज लोगों की बजाय युवा चेहरों पर जोर दिया जाएगा।
लंबे समय से मोदी कैबिनेट को लेकर चल रहा इंतजार 7 जुलाई को खत्म होने जा रहा है। शाम 6 बजे ना मोदी मंत्रिमंडल का विस्तार होगा बल्कि राष्ट्रपति भवन में शपथ ग्रहण समारोह भी आयोजित किया जाएगा।
केंद्रीय मंत्री थावरचंद गहलोत को कर्नाटक का राज्यपाल नियुक्त करने के साथ ही ये साफ हो गया है कि मोदी कैबिनेट में उम्र दराज लोगों की बजाय युवा चेहरों पर जोर दिया जाएगा।
1.5 दर्जन नए मंत्री हो सकते हैं शामिल
मोदी कैबिनेट में करीब डेढ़ दर्जन नए मंत्रियों को तो शामिल किया ही जाएगा। साथ ही कुछ पुराने चेहरों को हटाया भी जा सकता है। मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले प्रमुख नेताओं को सूचना भी दी जाने लगी है। यही वजह है कि मध्य प्रदेश से ज्योतिरादित्य सिंधिया, असम से सर्वानंद सोनोवाल, महाराष्ट्र से नारायण राणे, बिहार से जदयू नेता आरसीपी सिंह जैसे प्रमुख नेता दिल्ली पहुंच गए हैं। माना जा रहा है कि मोदी कैबिनेट में युवाओं को खास तौर पर तरजीह दी जाएगी।
मोदी कैबिनेट में करीब डेढ़ दर्जन नए मंत्रियों को तो शामिल किया ही जाएगा। साथ ही कुछ पुराने चेहरों को हटाया भी जा सकता है। मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले प्रमुख नेताओं को सूचना भी दी जाने लगी है। यही वजह है कि मध्य प्रदेश से ज्योतिरादित्य सिंधिया, असम से सर्वानंद सोनोवाल, महाराष्ट्र से नारायण राणे, बिहार से जदयू नेता आरसीपी सिंह जैसे प्रमुख नेता दिल्ली पहुंच गए हैं। माना जा रहा है कि मोदी कैबिनेट में युवाओं को खास तौर पर तरजीह दी जाएगी।
इनके अलावा महाराष्ट्र से ही बीजेपी के सांसद कपिल पाटील, हिना गावित, ओडिशा से आने वाले सांसद अश्विनी वैष्णव, मध्य प्रदेश की लोकसभा सांसद संध्या राय व हरियाणा की सांसद सुनीता दुग्गल के नामों की भी चर्चा है।
एनडीए के दलों को तवज्जो
पहले कैबिनेट विस्तार में मोदी सरकार एनडीए दलों को नजरअंदाज नहीं करना चाहती। यही वजह है कि सहयोगी दलों से भी केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह दी जा रही है। इनमें अपना दल से अनुप्रिया पटेल, लोजपा के पशुपति पारस, निषाद पार्टी के प्रवीण निषाद को मौका मिलने की उम्मीद है।
पहले कैबिनेट विस्तार में मोदी सरकार एनडीए दलों को नजरअंदाज नहीं करना चाहती। यही वजह है कि सहयोगी दलों से भी केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह दी जा रही है। इनमें अपना दल से अनुप्रिया पटेल, लोजपा के पशुपति पारस, निषाद पार्टी के प्रवीण निषाद को मौका मिलने की उम्मीद है।
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दूसरी बार सत्ता में आने के बाद पीएम मोदी का ये पहला कैबिनेट विस्तार है। सरकार बनाने के दो साल बाद मोदी कैबिनेट का विस्तार हो रहा है। इस बीच कोरोना जैसी महामारी से भी जूझना पड़ा है। खासकर कोरोना की दूसरी लहर के प्रकोप से सरकार की छवि पर भी असर पड़ा है।
दूसरी बार सत्ता में आने के बाद पीएम मोदी का ये पहला कैबिनेट विस्तार है। सरकार बनाने के दो साल बाद मोदी कैबिनेट का विस्तार हो रहा है। इस बीच कोरोना जैसी महामारी से भी जूझना पड़ा है। खासकर कोरोना की दूसरी लहर के प्रकोप से सरकार की छवि पर भी असर पड़ा है।
वहीं केंद्र सरकार ने ऐतिहासिक कदम उठाते हुए मंगलवार को एक अलग मंत्रालय बनाया है। इसका नाम ‘मिनिस्ट्री ऑफ को-ऑपरेशन’ (सहकारिता मंत्रालय) है। ‘सहकार से समृद्धि’ के सपने को साकार करने के लिए मोदी सरकार ने यह नया मंत्रालय गठित किया है।