नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में सरकार गठन को लेकर जारी गतिरोध के बीच पीडीपी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने मंगलवार को पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। महबूबा ने इस मुलाकात को पॉजिटिव बताया और कहा कि वह संतुष्ट हैं। हालांकि उन्होंने सरकार गठन पर पत्ते नहीं खोले। महबूबा ने कहा कि वह श्रीनगर जाकर अपने विधायकों के बात करेंगी, इसके बाद ही कोई फैसला किया जाएगा।पीएम से मिलकर राज्य के लोगों के समस्या के सामाधान में राह आसान हुईमहबूबा ने कहा कि मैं पीएम मोदी से मिलने के बाद मुतमइन (संतुष्ट) हूं। सरकार कब बनेगी के सवाल पर मुफ्ती ने कहा कि मैं अपने विधायकों के पास श्रीनगर वापस जाऊंगी, फिर फैसला लिया जाएगा। जब उनसे पूछा गया कि क्या पीएम ने उनकी मांगों पर कोई आश्वासन दिया है, तो उन्होंने कहा कि आप पीएम से जब मुलाकात करते हैं, तो राज्य के लोगों की मुश्किलों को हल करने का रास्ता निश्चित तौर पर आसान हो जाता है।The meet was very positive, says PDP Chief Mehbooba Mufti after meeting PM Narendra Modi in Delhi pic.twitter.com/djbuDhP3d2— ANI (@ANI_news) March 22, 2016एक सप्ताह में दूसरी दिल्ली यात्रा पर मुफ्तीबता दें कि महबूबा ने गुरुवार को बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के साथ भी बैठक की थी। इस बातचीत के बाद पांच दिन के भीतर यह महबूबा की दूसरी दिल्ली यात्रा है। पिछली बैठक में दोनों पार्टियों के बीच सरकार बनाने को लेकर हुई बातचीत सफल नहीं रही थी।वित्त मंत्री अरुण जेटली के जम्मू-कश्मीर में जहां तक सरकार के अजेंडे की बात है हम उसके साथ प्रतिबद्धता से खड़े हैं। इस बयान के एक दिन बाद महबूबा ने दिल्ली का रुख किया था। महबूबा ने मोदी से मुलाकात से पहले सोमवार शाम को अपनी पार्टी के वरिष्ठ सहयोगियों के साथ एक बैठक की थी, जिसमें पूर्व वित्त मंत्री हसीब द्राबु भी मौजूद थे।mai muthmayeen hoon PM kay saath milney kay baad. : Mehbooba Mufti after meeting PM pic.twitter.com/LzqED5UU3B— ANI (@ANI_news) March 22, 201624 मार्च को विधायक दल की नेता चुन सकती है मुफ्तीमाना जा रहा है कि अगर दिल्ली में बीजेपी और महबूबा की बातचीत के ताजा दौर में सब कुछ ठीक रहता है तो पीडीपी 24 मार्च को अपने विधायक दल का नेता चुन सकती है। यह प्रक्रिया संबंधी निर्णय होगा जिससे राज्य में नई सरकार बनने का रास्ता साफ हो जाएगा।अमित शाह ने मुफ्ती की नए मांगों को मानने से किया था इंकारइससे पहले खबर थी कि भाजपा अब महबूबा मुफ्ती की कोई नई शर्त मानने के लिए तैयार नहीं हैं। हम उनकी मांगों से तंग आ चुके हैं। देखा जाए तो बीजेपी का यह रुख चौंकाने वाला है क्योंकि अभी तक भाजपा सरकार बनाने की जल्दबाजी दिखा रही थी। भाजपा के अंदरूनी सूत्रों के अनुसार महबूबा और अमित शाह के बीच हुई बातचीत में अमित शाह ने उनकी मांगें मानने से साफ इनकार कर दिया था।गौरतलब है कि दोनों पार्टियों के पास सरकार बनाने के लिए 8 अप्रैल तक का समय है। इस दिन विधानसभा को हेल्ड रखने के छह महीने पूरे हो जाएंगे। माना जा रहा है कि सरकार बनाने को लेकर पीडीपी में भी तीन गुट बन चुके हैं, पहला वो जो भाजपा के साथ सरकार बनाने के खिलाफ है, दूसरा गुट दुबारा राज्य में विधानसभा चुनाव करवाना चाहता है और तीसरा गुट अभी भी भाजपा के साथ मिल कर सरकार बनाने के पक्ष में है। इन विधायकों को डर है अगर अभी सरकार नहीं बनाई गई तो उनकी सीटें खतरे में पड़ जाएंगी।