सूत्रों के मुताबिक रविवार 13 सितंबर और सोमवार 14 सितंबर को संसद भवन में मानसून सत्र की शुरुआत से पहले लोकसभा सदस्यों का कोरोना वायरस परीक्षण किया गया था। जबकि संक्रमित सांसदों में से एक भाजपा के सुकांत मजूमदार ने रविवार को ही खुद के पॉजिटिव पाए जाने की जानकारी देते हुए ट्वीट किया था। संसद में पॉजिटिव पाए गए सांसदों में भाजपा की मीनाक्षी लेखी, अनंत कुमार हेगड़े और प्रवेश साहिब सिंह का भी नाम शामिल है।
बाकी के नतीजे तब से आ चुके हैं। संसद में कुल 785 सांसदों में से करीब 200 की उम्र 65 वर्ष से अधिक की है। और बुजुर्गों की जनसंख्या का कोरोना वायरस की चपेट में आने की संभावना ज्यादा है।
इससे पहले कम से कम सात केंद्रीय मंत्रियों समेत लगभग 25 सांसदों और विधायकों को कोरोना वायरस महामारी के टेस्ट में पॉजिटिव पाया जा चुका है। इन संक्रमित दिग्गजों में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का नाम भी शामिल है, जिन्होंने संसद के मानसून सत्र की शुरुआत से पहले पूरी तरह से अपनी चिकित्सीय जांच करवाई थी।
एम्स प्रशासन द्वारा रविवार को कहा गया था कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को संसद के मानसून सत्र की शुरुआत से पहले फुल बॉडी चेकअप के लिए भर्ती किए गए हैं। एम्स के मीडिया एंड प्रोटोकॉल डिविजन के अध्यक्ष ने बयान जारी कर कहा, “केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को बीते 30 अगस्त को कोरोना वायरस के बाद की देखभाल के बाद डिस्चार्ज किया गया था।”
हालांकि, एक सांसद समेत कई विधायकों की इस महामारी से मौत भी हो चुकी है। गौरतलब है कि सोमवार को भारी सुरक्षा उपायों के बीच संसद का मानसून सत्र आयोजित किया जा रहा है जिसमें दोनों सदनों के चैंबर में नेताओं के बैठने की व्यवस्था भी शामिल है ताकि अन्य फिजिकल डिस्टेंसिंग व्यवस्था को बनाए रखा जा सके। इसके अलावा हाजिरी दर्ज करने के लिए एक मोबाइल ऐप भी पेश किया गया है और पॉली-कार्बन शीट के साथ सदन में सीटों को अलग-अलग किया गया है। सत्र की शुरुआत से पहले सभी सदस्यों से COVID-19 के लिए खुद का परीक्षण करने का अनुरोध किया गया था।