न्यूज नेशन के सर्वे में एनडीए बहुमत के करीब
चुनाव से पहले न्यूज चैनल न्यूज नेशन की ओर से कराए गए ओपिनियन पोल में भाजपा की अगुवाई वाली एनडीए 270 सीटों के साथ बहुमत के करीब दिखाई दे रही है। जबकि कांग्रेस की अगुवाई वाली यूपीए को 134 सीटें मिलने का अनुमान है। तो वहीं अन्य के खाते में 139 सीटें जा सकती है। यदि वोट शेयरिंग की बात करें तो एनडीए को 34 फीसदी वोट मिलने के अनुमान हैं जबकि यूपीए को 28 फीसदी। वहीं अन्य के खाते में 29 फीसदी वोट मिल सकता है। सर्वे में सबसे दिलचस्प बात ये सामने आई है कि 9 फीसदी लोगों के बारे में कुछ भी नहीं कहा जा सकता है। ये 9 फीसदी जिस भी गठबंधन की ओर जाएंगे उसके लिए नतीजे अनुकूल हो सकते हैं। 2014 आम चुनाव की बात करें तो एनडीए को 31.3 फीसदी वोट मिले थे।
सी-वोटर के सर्वे में बहुमत से दूर एनडीए
बता दें कि सर्वे करने वाली एजेंसी सी-वोटर ने चुनाव से पुर्व सर्वे के बाद ओपिनियन पोल में इस बात की संभावना जताई है कि एनडीए बहुमत से दूर रह सकती है। यानी कि त्रिशंकु सरकार बनने की ज्यादा संभावना है। सी-वोटर के मुताबिक एनडीए को 264 सीटें मिल सकती है, जबकि यूपीए के खाते में 141 सीटें जाने की संभावना है। वहीं अन्य को 138 सीटें मिल सकती है। इसके अलावा सी-वोटर ने एक और संभावना जताई है। यदि उत्तर प्रदेश में महागठबंधन नहीं होता है तो ऐसे में एनडीए पूर्ण बहुत के साथ सरकार बनाने में कामयाब रहेगी। इस परिस्थिति में एनडीए को 307, यूपीए को 139 और अन्य के खाते में 97 सीटें जा सकती है। हालांकि दोनों ही परिस्थितियों में भाजपा को नुकसान होना तय है।
किस राज्य में किसको कितना फायदा?
अब आपको बता दें कि ओपिनियन पोल में किस राज्य में किस गठबंधन या पार्टी को फायदा होते हुए बताया गया है और किसके लिए खतरे की घंटी है। उत्तर प्रदेश की बात करें तो न्यूज नेशन के मुताबिक 80 सीटों में एनडीए को 33-37 सीटें मिल सकती है जबकि महागठबंधन (एसपी-बीएसपी-आरएलडी) के खाते में 41-45 सीटें जा सकती है। तो वहीं कांग्रेस को 1-3 सीटें मिल सकती है। राजस्थान की बात करें तो वहां की 25 लोकसभा सीटों में भाजपा को 17 और कांग्रेस को 8 सीटें मिल सकती है। दिल्ली की सात सीटों में भाजपा को चार और आम आदमी पार्टी को तीन सीटें मिल सकती है जबकि कांग्रेस के खाते में जीरो की संभावना है। मध्य प्रदेश के 29 लोकसभा सीट में से भाजपा को 19-23 सीट, कांग्रेस को 6-10 सीट और अन्य के खाते में 0 सीट मिलती दिखाई दे रही है। गुजरात के 26 लोकसभा सीट में से भाजपा को 19-23 सीट, कांग्रेस को 3-7 सीट और अन्य के खाते में 0 सीट जा सकती है। बिहार की बात करें तो 40 लोकसभा सीट में भाजपा-जेडीयू-एलजेपी गठबंधन को 27-31 सीट, कांग्रेस-आरजेडी-हम-आरएलएसपी गठबंधन को 8-12 सीट मिल सकती है, जबकि अन्य के खाते में 2 सीट जा सकती है। पश्चिम बंगाल के 42 लोकसभा सीट में से भाजपा के खाते में 7-11 सीट, कांग्रेस को 1-3 सीट, टीएमसी को 27-31 सीट , लेफ्ट को 1-3 सीट मिल सकती है। ओडिशा के 21 सीटों में भाजपा को 7-11 सीट, बीजेड को 10-14 सीट मिल सकती है। जबकि कांग्रेस को जीरो मिल सकता है। कर्नाटक के 26 लोकसभा सीट में से भाजपा को 13-17 सीट, कांग्रेस-जेडीएस को 11-15 सीट मिल सकती है। तमिलनाडु की बात करें तो यहां की 39 सीटों में से भाजपा-एआईएडीएमके-पीएमके-डीएमडीके गठबंधन को 13-17 सीट, डीएमके-कांग्रेस-वीसीके-सीपीआई गठबंधन को 22-26 सीट मिल सकती है। झारखंड के 14 लोकसभा सीट में से भाजपा-जेडीयू-आजसू गठबंधन को 9-11 सीट, कांग्रेस-आरजेडी-जेएमएम-जेवीएम और सीपीआई गठंबधन को 3-5 सीट मिल सकती है। महाराष्ट्र के 48 लोकसभा सीटों में भाजपा-शिवसेना गठबंधन को 31-35 सीट मिल सकती है, वहीं कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन को 13-17 सीट मिल सकती है। आंध्र प्रदेश के 25 लोकसभा सीटों में से भाजपा को 1-3 सीट, कांग्रेस को 0-2 सीट, टीडीपी को 3-5 सीट, वाईएसआरसीपी को 15-17 सीट और अन्य के खाते में 1- 3 सीट जा सकती है।
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