दिल्ली में मौजूदगी चाहता हूं
सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर ने शनिवार को इंडिया TV से बात कर रहे थे। इस दौरान उनसे 2024 में गठबंधन को लेकर सवाल किया गया। इस पर उन्होंने कहा कि चुनाव में किसी न किसी के साथ तो गठबंधन जरूर होगा। अखिलेश यादव रके साथ मेरा विचारों का झगड़ा है। बीजेपी के साथ अभी गठबंधन फाइनल नहीं है।
सोनिया, मायावती, नीतीश और अखिलेश एक मंच पर आएं तो मैं आ जाऊंगा। मुझे दिल्ली में अपनी मौजूदगी दर्ज करानी है। उत्तर प्रदेश में रहूंगा लेकिन दिल्ली में उपस्थिति चाहते हैं। 27 फीसदी आरक्षण में सबको बराबर का हिस्सा नहीं मिल रहा है।
हाल ही में हुए बेटे अरुण राजभर की शादी के दौरान भाजपा नेताओं के जमावड़े को लेकर जब उनसे सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि ये सब होता रहता है। मेरी बीजेपी के किसी नेता से गठबंधन को लेकर कोई बात नहीं हुई है। लोग कहते हैं कि हमारी पार्टी से गठबंधन कर लीजिए। लेकिन हमारी तरफ से अभी उस पर कोई पहल नहीं है। हमारी कोशिश बस इतनी सी है कि मायावती और अखिलेश कहते हैं कि वो पिछड़ों, दलितों और अल्पसंख्यकों के हितैषी हैं, तो ये लोग एकजुट क्यों नहीं हो रहे है? हमारी कोशिश ये है कि अगर ये लोग ऐसा कहते हैं तो इन्हें एकजुट होना चाहिए।
सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर ने शनिवार को इंडिया TV से बात कर रहे थे। इस दौरान उनसे 2024 में गठबंधन को लेकर सवाल किया गया। इस पर उन्होंने कहा कि चुनाव में किसी न किसी के साथ तो गठबंधन जरूर होगा। अखिलेश यादव रके साथ मेरा विचारों का झगड़ा है। बीजेपी के साथ अभी गठबंधन फाइनल नहीं है।
सोनिया, मायावती, नीतीश और अखिलेश एक मंच पर आएं तो मैं आ जाऊंगा। मुझे दिल्ली में अपनी मौजूदगी दर्ज करानी है। उत्तर प्रदेश में रहूंगा लेकिन दिल्ली में उपस्थिति चाहते हैं। 27 फीसदी आरक्षण में सबको बराबर का हिस्सा नहीं मिल रहा है।
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दूसरी पार्टियां कहती है हमसे गठबंधन कर लोहाल ही में हुए बेटे अरुण राजभर की शादी के दौरान भाजपा नेताओं के जमावड़े को लेकर जब उनसे सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि ये सब होता रहता है। मेरी बीजेपी के किसी नेता से गठबंधन को लेकर कोई बात नहीं हुई है। लोग कहते हैं कि हमारी पार्टी से गठबंधन कर लीजिए। लेकिन हमारी तरफ से अभी उस पर कोई पहल नहीं है। हमारी कोशिश बस इतनी सी है कि मायावती और अखिलेश कहते हैं कि वो पिछड़ों, दलितों और अल्पसंख्यकों के हितैषी हैं, तो ये लोग एकजुट क्यों नहीं हो रहे है? हमारी कोशिश ये है कि अगर ये लोग ऐसा कहते हैं तो इन्हें एकजुट होना चाहिए।