झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने पीएम मोदी ( pm modi ) को फोन कर एक देश में दो तरह के कानून पर अपना विरोध जताया। सोरेन ने कहा कि यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने जिस तरह से राजस्थान के कोटा से छात्रों को लाने के लिए बसें भेजी उसके बाद इसी तरह की मांग झारखंड में भी लोग कर रहे हैं। हमे माता-पिता से इस तरह के कॉल आ रहे हैं, जो हमसे इस बात की शिकायत कर रहे हैं कि आप इस तरह के इंतजाम क्यों नहीं कर रहे हैं?
9 राज्यों में कोरोना संक्रमण की रफ्तार में कमी, केरल में 72 दिन में दोगुने हो रहे हैं मरीज नीतीश कुमार ने भी किया था विरोध इससे पहले बिहार के सीएम नीतीश कुमार ( CM Nitish Kumar ) ने भी छात्रों को वापस लाने के फैसले का विरोध किया था। उन्होंने कहा था कि सैकड़ों छात्रों को कोटा से वापस उनके गृह राज्य में भेजे जाने से लॉकडाउन सफल नहीं होगा। नीतीश कुमार ने कहा कि वह इस फैसले का समर्थन नहीं कर सकते क्योंकि इससे बिहार के जो छात्र अन्य राज्यों में रह रहे हैं । जिस तरह से छात्रों को लाने के लिए विशेष बसों का इंतजाम किया गया वह लॉकडाउन के नियमों के खिलाफ है और यह अन्यायपूर्ण है। उन्होंने कहा कि इस तर्क से तो अन्य राज्यों में फंसे मजदूरों को भी उनके गांव वापस लाना चाहिए। इन्हें भी घर जाने की इजाजत होनी चाहिए।
दिल्ली पुलिस को कोरोना से बचाने के लिए खुद मैदान में उतरे कमिश्नर एसएन श्रीवास्तव, दे रहे 5 राज्य कोटा से अपने छात्रों को लाएंगे वापस बता दें कि केंद्र सरकार से अनुमति मिलने के बाद 5 राज्य अपने प्रदेश के बच्चों को कोटा ( Kota ) से वापस लाने का प्रबंध कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश सरकार पहले ही अपने छात्रों को बस से वापस ला चुकी है। मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, गुजरात, छत्तीसगढ़ और असम भी राजस्थान में फंसे अपने छात्रों को वापस लाने की तैयारी कर रही है। इस बात की पुष्टि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी कर चुके हैं।