दरअसल, ओडिशा विधानसभा का शीतकालीन सत्र जबसे शुरू हुआ है हंगामा ही देखने को मिल रहा है। आज प्रश्नकाल के दौरान भी विरोधी दलों ने मेहर हत्याकांड का मुद्दा उठाया और हंगामा किया। कई तो विधानसभा अध्यक्ष के पोडियम के पास आकर घंटा बजाने लगे और नारेबाजी के साथ पोस्टर दिखाने लगे।
इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष सूर्य नारायण पात्र ने सभी से कई बार शांत होने का अनुरोध किया, परंतु किसी ने उनकी बात नहीं सुनी। हंगामे को बढ़त देख अध्यक्ष ने कार्यवाही को अपराह्न 4 बजे तक के लिए टाल दिया है और कहा कि विधानसभा में नाटक के लिए कोई स्थान नहीं है।
इस हंगामे पर कांग्रेस विधायक तारा प्रसाद वाहिनीपति ने कहा है कि शिक्षिका ममिता मेहर हत्याकांड में जिस दिव्य शंकर मिश्रा का कनेक्शन सामने आया है, वो विधानसभा में आ रहे हैं, और हम ऐसा नहीं होने देंगे। कांग्रेस और भाजपा के विरोध को बीजद विधायिका स्नेहांगिनी छुरिया ड्रामा करार दिया है।
बता दें कि ममिता मेहर की हत्या में गृह राज्य मंत्री दिव्य शंकर मिश्रा के कनेक्शन को लेकर विपक्षी दल विरोध कर रहे हैं। ओडिशा के कालाहांडी जिले के महालिंग सनसाइन पब्लिक स्कूल की शिक्षिका ममिता मेहेर की हत्या का आरोप स्कूल के अध्यक्ष गोविन्द साहू पर लगा है। जांच में सामने आया है कि साहू और मिश्रा के बीच घनिष्ठ संबंध हैं। ऐसे में मिश्रा को मंत्रिमंडल से बाहर करने की मांग तेज हो गई है। वहीं बीजद का कहना हो कि वो मामले की जांच कर रहे हैं और सुनिश्चित कर रहे हैं कि किसी को भी न बख्शा जाए।