मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार ने कार्यक्रम में उनके जाने की पुष्टि की। दरअसल खुद नवजोत सिंह सिद्धू ने कैप्टन से चल रहे मतभेदों के को खत्म करने के साथ ही इस ताजपोशी के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए एक पत्र लिखकर सीएम से आग्रह किया है। अमरिंदर के सिद्धू की ताजपोशी कार्यक्रम में शामिल होते ही उन तमाम अटकलों पर भी विराम लग जाएगा, जो इन दिनों दिग्गजों के मतभेदों को लेकर राजनीतिक गलियारों में लगाई जा रही थीं।
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पंजाब कांग्रेस के नवनियुक्त अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के साथ-साथ चार अन्य कार्यकारी अध्यक्ष शुक्रवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में अपना-अपना कार्यभार संभालेंगे और इस मौके पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम के लिए मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह भी मौजूद रहेंगे।
पंजाब कांग्रेस के नवनियुक्त अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के साथ-साथ चार अन्य कार्यकारी अध्यक्ष शुक्रवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में अपना-अपना कार्यभार संभालेंगे और इस मौके पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम के लिए मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह भी मौजूद रहेंगे।
सिद्धू की ताजपोशी कार्यक्रम के लिए मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को भी आमंत्रित किया गया है। इस खत में 56 विधायकों ने हस्ताक्षर भी किए हैं। कार्यकारी अध्यक्ष कुलजीत नागरा ने कैप्टन से मुलाकात कर उन्हें न्योता दिया।
मुलाकात के बाद नागरा ने कहा कि कैप्टन ने कार्यक्रम में शामिल होने का भरोसा दिया है। बता दें कि सिद्धू मौजूदा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ की जगह लेंगे। अमरिंदर की टी-पार्टी
सिद्धू की ताजपोशी से पहले पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने प्रदेश के सभी कांग्रेस विधायकों, सांसदों और पार्टी पदाधिकारियों को चाय के लिए पंजाब भवन आमंत्रित किया है। इस टी-पार्टी के बाद सभी साथ मिलकर नई पीपीसीसी टीम के कार्यभार संभालने के कार्यक्रम के लिए पंजाब कांग्रेस भवन जाएंगे।
सिद्धू की ताजपोशी से पहले पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने प्रदेश के सभी कांग्रेस विधायकों, सांसदों और पार्टी पदाधिकारियों को चाय के लिए पंजाब भवन आमंत्रित किया है। इस टी-पार्टी के बाद सभी साथ मिलकर नई पीपीसीसी टीम के कार्यभार संभालने के कार्यक्रम के लिए पंजाब कांग्रेस भवन जाएंगे।
रावत भी होंगे शामिल
नवजोत सिंह सिद्धू को प्रदेश अध्यक्ष बनाकर इस कार्यक्रम के जरिए कांग्रेस प्रदेश के सभी नेताओं के बीच चल रहे तनाव को दूर कर एखजुटता का संदेश देना चाहती है। यही वजह है कि कैप्टन-सिद्धू विवाद को सुलझाने में बड़ी भूमिका निभाने वाले हरीश रावत भी इस कार्यक्रम में शामिल होंगे।
नवजोत सिंह सिद्धू को प्रदेश अध्यक्ष बनाकर इस कार्यक्रम के जरिए कांग्रेस प्रदेश के सभी नेताओं के बीच चल रहे तनाव को दूर कर एखजुटता का संदेश देना चाहती है। यही वजह है कि कैप्टन-सिद्धू विवाद को सुलझाने में बड़ी भूमिका निभाने वाले हरीश रावत भी इस कार्यक्रम में शामिल होंगे।
इससे पहले रावत ने कहा कि, पार्टी कैप्टन अमरिंदर सिंह के नेतृत्व में एक होकर नए अध्यक्ष का स्वागत करेगी। सभी सांसद और विधायक मौजूद रहेंगे। बता दें कि मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के कड़े विरोध के बावजूद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने रविवार को सिद्धू को पार्टी की पंजाब इकाई का नया अध्यक्ष नियुक्त किया था।
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मुख्यमंत्री राज्य कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में सिद्धू की नियुक्ति के भी खिलाफ थे। सिद्धू को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा था कि वह उनसे तब तक नहीं मिलेंगे जब तक कि सिद्धू उनके खिलाफ अपने ‘अपमानजनक’ ट्वीट के लिए माफी नहीं मांगते हैं।