मोदी ने सुनाई संसद में शायरी
दरअसल पीएम मोदी ने Rajya Sabha मेें विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा, ‘शायद इसीलिए गालिब ने कहा था कि ताउम्र गालिब ये भूल करता रहा, धूल चेहरे पर थी और मैं आइना साफ करता रहा।’ मोदी की शेर पर एनडीए के सदस्यों ने जमकर डेस्क बजाया। लेकिन अब मशहूर लेखक और कवि Javed Akhtar ने दावा किया है कि मोदी ने जो शेर सुनाई थी वे गालिब की नहीं बल्कि सोशल मीडिया की उपज है।
चमकी बुखार पर ग्रामीणों का फूटा गुस्सा: विधायक को बंधक बनाया, सांसद को फटकारा
जावेद अख्तर ने कसा तंज
जावेद अख्तर ने ट्विटर पर लिखा कि जो शेर राज्यसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुनाया है, वह गालिब का है ही नहीं। वह सोशल मीडिया में गलत तरीके से फैलाया गया है। शेर की दोनों ही लाइनें शायरी के मीटर में सही तरीके से नहीं उतरती हैं।
लालू यादव का आम खाना हुआ बंद, 10 दिन में ही निपटा दिए थे 30 दिन का कोटा
सोशल मीडिया पर हुआ बवाल
अब सोशल मीडिया पर पीएम मोदी की सुनाई गई शायरी और जावेद अख्तर के पलटवार पर मिली जुली प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है।
आजाद को जवाब दे रहे थे मोदी
दरअसल मंगलवार को कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने मॉब लिंचिंग पर कहा था कि झारखंड मॉब लिंचिंग की फैक्ट्री बन गई है। इसी के जवाब में तंज कसते हुए मोदी ने कहा कि आजाद साहब को थोड़ा धुंधला दिखाई दे रहा है, शायद वह सब कुछ राजनीति के चश्मे से देख रहे हैं। इसके बाद पीएम मोदी शायरी सुनाई।