जानकारी के मुताबिक, बुधवार (7 जून) शाम छह बजे के करीब नए मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई जा सकती है। सूत्रों के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने मंत्रिमंडल में युवाओं को तरजीह देंगे। साथ ही उच्च शिक्षा वाले सांसदों को भी मौका दिया जा सकता है। बताया जा रहा है कि 20 से अधिक नए चेहरे को मंत्री पद की शपथ दिलाई जाएगी।
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सूत्रों के अनुसार, केंद्र सरकार ने मंत्रिमंडल विस्तार और मंत्रियों के शपथ ग्रहण की जानकारी राष्ट्रपति भवन को दे दी गई है। शपथ ग्रहण समारोह में सोशल डिस्टेंसिंग समेत तमाम कोविड प्रोटोकॉल का पालन किया जाएगा। बताया जा रहा है कि शपथ ग्रहण में शपथ लेने वाले मंत्री के परिवार के सिर्फ एक सदस्य को कार्यक्रम में शामिल होने की अनुमति दी जाएगी।
जानकारी के मुताबिक, जिन नेताओं को मंत्री पद की शपथ दिलाई जा सकती है, उनमें ज्योतिरादित्य सिंधिया, सुशील मोदी, तीरथ सिंह रावत, सर्वानंद सोनोवाल, पशुपति पारस, आरके रंजन सिंह, अपना दल की अनुप्रिया पटेल जैसे कद्दावर नेताओं का नाम शामिल हैं।
OBC को मिलेगा अधिक प्रतिनिधित्व
सूत्रों के मुताबिक, उत्तर प्रदेश में अगले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर ओबीसी वर्ग को अधिक से अधिक प्रतिनिधित्व दिया जाएगा। जानकारी के अनुसार, मोदी कैबिनेट में सबसे अधिक OBC मंत्री बनाए जा सकते हैं। इसके अलावा अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (SC और ST) के 10-10 मंत्रियों के होने की संभावना है।
उच्च शिक्षा वालों को दी जाएगी तरजीह
सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने कैबिनेट में इस बार उच्चट शिक्षा वाले सांसदों को अधिक तरजीह देंगे। बताया जा रहा है कि नए मंत्रिमंडल में सबसे अधिक युवा सांसदों को जगह दी जाएगी। लिहाजा मंत्रिमंडल विस्तार के बाद ये भारत के इतिहास का सबसे युवा मंत्रिमंडल हो जाएगा।
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जानकारी के अनुसार, अधिक युवाओं को शामिल किए जाने के बाद मंत्रिमंडल की औसत आयु काफी कम हो जाएगी। नए मंत्रिमंडल में प्रोफेशनल, मेनेजमेंट, MBA, पोस्ट ग्रेजुएट युवाओं को शामिल किया जाएगा। उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र जैसे बड़े राज्यों को अधिक हिस्सेदारी दी जाएगी। बताया जा रहा है कि पीएम मोदी इस बार बुंदेलखंड, पूर्वांचल, मराठवाड़ा, कोंकण जैसे इलाको को भी प्रतिनिधित्व देंगे।
कई नेता दिल्ली के लिए रवाना
मंगलवार को मध्य प्रदेश से ज्योतिरादित्य सिंधिया, असम से सर्बानंद सोनोवाल, महाराष्ट्र से नारायण राणे और यूपी से अनुप्रिया पटेल दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं। वहीं अपने दक्षिण भारत के दौरे को बीच में छोड़कर उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू भी दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं। चूंकि नए मंत्रियों के शपथ समारोह के दौरान उपराष्ट्रपति भी मौजूद रहेंगे।
मालूम हो कि वर्तमान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के कैबिनेट में मंत्रियों की संख्या 53 है, जिसे बढ़ाकर 81 किया जा सकता है। यह विस्तार आगामी विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखकर भी किया जा सकता है।
यूपी-बिहार-मध्य प्रदेश समेत इन राज्यों से हो सकते हैं अधिक मंत्री
आपको बता दें कि 2022 में पांच राज्यों (उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर) में विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में अधिक संभावना है कि इन राज्यों से अधिक प्रतिनिधियों को मोदी कैबिनेट में जगह मिल सकती है। हालांकि सूत्रों के मुताबिक, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, असम और जम्मू-कश्मीर व लद्दाख समेत अन्य राज्यों से नए चेहरों को शामिल किया जा सकता है।
उत्तर प्रदेश :- उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 भाजपा के लिए काफी अहम है। ऐसे में यहां से मोदी कैबिनेट में अधिक प्रतिनिधित्व देकर मतदाताओं को रिझाने की कोशिश हो सकती है। उत्तर प्रदेश से भाजपा तीन-चार मंत्रियों को जगह दे सकती है। एनडीए के सहयोगी पार्टी अपना दल की अनुप्रिया पटेल का नाम सबसे आगे है। अनुप्रिया पिछले महीने दिल्ली जाकर गृह मंत्री अमित शाह से भी मुलाकात कर चुकी हैं। इसके अलावा वरुण गांधी, रामशंकर कठेरिया, अनिल जैन, रीता बहुगुणा जोशी, जफर इस्लाम के नाम की भी चर्चाएं जोरों पर है।
मध्य प्रदेश :- मध्य प्रदेश से ज्योतिरादित्य सिंधिया को मोदी कैबिनेट में जगह दी जा सकती है। चूंकि राज्य में भाजपा की सरकार बनाने में सिंधिया ने काफी अहम रोल निभाया था। सिंधिया के अलावा जबलपुर से भाजपा सांसद राकेश सिंह को भी शामलि किया जा सकता है।
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बिहार :- मोदी कैबिनेट में बिहार से सहयोगी दलों के कुछ सांसदों को जगह मिल सकती है। इसमें जेडीयू के आरसीपी सिंह और एलजेपी से पशुपति पारस का नाम आगे है। इसके अलावा बीजेपी के सुशील कुमार मोदी को भी शामिल किया जा सकता है।
महाराष्ट्र :- महाराष्ट्र से नारायण राणे, भूपेंद्र यादव, पूनम महाजन, हिना गावित और प्रीतम मुंडे को मोदी कैबिनेट में जगह मिल सकती है।
पश्चिम बंगाल :- पश्चिम बंगाल विधानसभा में एक बड़ी जीत दर्ज कर पहली बार मुख्य विपक्षी दल की भूमिका निभाने वाली भाजपा के कुछ नेताओं को मोदी कैबिनेट में जगह मिल सकती है। इसमें बीजेपी सांसद शान्तनु ठाकुर और निसिथ प्रामाणिक और जगन्नाथ सरकार के नाम आगे है।
ओडिशा :- मोदी कैबिनेट में ओडिशा से भी एक मंत्री बनाए जाने की संभावना है। यहां से अश्विनी वैष्णव का नाम आगे है।
असम :- मोदी कैबिनेट में असम से दो मंत्रियों को शामिल किया जा सकता है। इसमें असम के पूर्व मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल का नाम सबसे आगे है।
राजस्थान :- राजस्थान से भी मोदी कैबिनेट में एक मंत्री को शामिल किया जा सकता है। इसमें राहुल कासवान का नाम आगे चल रहा है।
जम्मू-कश्मीर और लद्दाख :- मोदी कैबिनेट में केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर और लद्दाख (भाजपा सांसद जामयांग नामग्याल) से एक-एक मंत्री को जगह मिल सकती है।
उत्तराखंड :- बीते सप्ताह सीएम पद से इस्तीफा देने वाला उत्तराखंड की पूर्व सीएम तीरथ सिंह रावत को जगह मिल सकती है। इसके अलावा उत्तराखंड से अजय भट्ट या अनिल बलूनी को भी शामिल किया जा सकता है।
दिल्ली :- दिल्ली से परवेश वर्मा या मीनाक्षी लेखी को मोदी कैबिनेट में शामिल किया जा सकता है।
कर्नाटक:- मोदी कैबिनेट में कर्नाटक से प्रताप सिन्हा का नाम आगे चल रहा है।
हरियाणा :- हरियाणा से बृजेंद्र सिंह को जगह दी जा सकती है।