महबूबा मुफ्ती ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी ने ऐसा नहीं किया और उन्होंने राजधर्म निभाया। उन्होंने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी ने कश्मीर को दिल की नजरों से देखा, लेकिन मौजूदा सरकार गोडसे का कश्मीर बनाना चाहती है। जो कश्मीर के लोगों को कतई स्वीकार नहीं है।
जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री का कहना है कि अटल बिहारी वाजपेयी पाकिस्तान गए, उन्होंने वहां की हूर्रियत से बात की। वाजपेयी जी ने परवेज मुशर्रफ को बुलाया। संसद चली, बात हुई। इसको लेकर अटल बिहारी वाजपेयी की काफी अलोचना भी हुई। लोगों ने कहा कि वो पाक से एक भी गोली दागे बिना चला आया। शायद यही वजह रही कि अगले चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा।
पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी भले चुनाव हार गए, हम उन्हें सलाम करते हैं। अटल बिहारी वाजपेयी का सीना 56 इंच का नहीं, 67 इंच का है। वाजपेयी जी ने अनुच्छेद 370 और 35 ए का मुद्दा भी उठाया और ये भरोसा भी दिया कि जम्मू कश्मीर को ये विशेषाधिकार लौटाने पड़ेंगे।
गौरतलब है कि महबूबा मुफ्ती कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद से केंद्र सरकार पर हमलावर हैं। उनका कहना है कि कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटने के बाद स्थिति और भी खराब हो गई है। हाल ही में महबूबा मुफ्ती ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि कश्मीर को एक खुली जेल में तब्दील कर दिया गया है।