इस्लामाबाद। पाकिस्तान ने कहा है कि भारत में पंजाब के पठानकोट सैन्य हवाई अड्डे पर पिछले महीने आतंकवादी हमले में गैर कानूनी घोषित जैश-ए- मुहम्मद के प्रमुख मौलाना मसूद अजहर का हाथ होने का कोई सबूत नहीं है। पाकिस्तानी समाचार पत्र एक्सप्रेस ट्रिब्यून के अनुसार जांच दल ने कहा है कि अजहर ने हमले की योजना बनाई या इसका आदेश दिया इसका भी कोई सबूत नहीं है। पठानकोट एयरबेस पर हमले की जांच के लिए छह सदस्यीय जांच दल का गठन पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने किया था।
भारत का दावा था कि यह हमला जैश-ए-मुहम्मद ने किया और आतंकवादी दक्षिणी पंजाब के जिले बहावलपुर से घुसे। भारत ने यह दावा मोबाइल फोन से हुई बातचीत के आधार पर किया था। हमलावरों और पाकिस्तान स्थित आकांओं से हुई बातचीत का ब्योरा भारतीय गुप्तचर एजेंसियों ने पाकिस्तान को दिया था। इसके बाद ही पंजाब में जैश-ए-मुहम्मद के विरुद्ध अभियान शुरु किया गया और उसके कार्यालय को सील कर दिया गया। उसके सदस्यों को हिरासत में भी लिया गया। भारत की ओर से दी गई सूचना के आधार पर पाकिस्तान के जांच दल ने जांच की और अब अगर भारत कोई नया सबूत देता है तो पाकिस्तानी जांच दल के भारत भी जाने की संभावना है।
एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने जांच दल के करीबी अधिकारियों के हवाले से खबर दी है। पाकिस्तान के अधिकारियों ने भारत के अधिकारियों को सूचित किया है कि मौलाना मसूद अजहर के हमले में शामिल होने की बात साबित करने के लिए सबूत नहीं है। प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने सेना के अधिकारियों के साथ पिछले सप्ताह दो बैठकें की जिसमें जांच दल को भारत के साथ मिलकर पठानकोट हमले की जांच जारी रखने का निर्देश दिया गया था। इन बैठक में प्रधानमंत्री के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार लेफ्टिनेन्ट जनरल नशीर खां जंजुआ भी उपस्थित थे। विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार जंजुआ ने भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल के साथ बात की और उनसे और जानकारी देने का आग्रह किया, ताकि जांच दल के कार्य को आगे बढ़ाया जा सके और दोनों देशों के विदेश सचिवों की वार्ता की तिथि निश्चित की जा सके।
पाकिस्तान के प्रशासनिक तथा सैनिक अधिकारियों को बताया गया कि भारत यह चाहता है कि पठानकोट हमले में मौलाना मसूद अजहर तथा उनके अन्य साथियों को शामिल किया जाए। भारत की इस राय से अमेरिका और ब्रिटेन भी सहमत हैं। भारत ने इन दोनों देशों से यह भी आश्वासन प्राप्त कर लिया है कि इस्लामाबाद जैश-ए-मुहम्मद के नेतृत्व के विरुद्ध कार्रवाई करेगा। सूत्रों के अनुसार जांच दल ने पिछले सप्ताह प्रशासनिक तथा सैनिक अधिकारियों को सूचित किया। भारत की ओर से दी गई सूचना के आधार पर अजहर के हमले में शामिल होने का कोई पक्का सबूत नहीं मिलता। यह तभी संभव होगा जब भारत और सूचनाएं देगा।
सूत्रों के अनुसार जंजुआ ने डोभाल से कहा कि जांच दल भारत जाने के लिए तैयार है, किन्तु भारत को जांच दल से बहुत उम्मीद नहीं रखनी चाहिए क्योंकि वह उसके ओर से दी गई सूचनाओं के आधार पर पहले ही जांच पूरी कर चुका है। जंजुआ ने प्रशासनिक तथा सैनिक अधिकारियों को बताया कि भारत ने विदेश सचिव स्तर की वार्ता के पूर्व जांच दल को अपने यहां भेजने पर जोर दिया है ताकि भारत के भीतर इसे लेकर हो रही नाराजगी को दूर किया जा सके। जंजुआ ने डोभाल को बताया है कि पाकिस्तान जांच दल के वहां जाने से पूर्व भारत के विदेश सचिव सुब्रह्मण्यम जयशंकर का अपने यहां स्वागत करने के लिए तैयार है। जांच दल के संयोजक राज ताहिर ने बताया है कि भारत से पठानकोट हमले के बारे में और सूचनाएं मांगी गई है।
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