मणिपुर में नेशनल पीपुल्स पार्टी (NPP) के विधायकों के कांग्रेस से हाथ मिलाने के बाद मणिपुर सरकार पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं। मौसम को लेकर विभाग ने जारी किया सबसे बड़ा अलर्ट, देश के इन राज्यों में अगले कुछ घंटों में होगी मूसलाधार बारिश, जानें अपने इलाके का हाल
मणिपुर में एन बीरेन सिंह के नेतृत्व वाली सरकार को बचाने के लिए भारतीय जनता पार्टी (BJP) पूरा जोर लगा रही है। इसके लिए बीजेपी NPP के मंत्रियों को मनाने में लगी है। इस समय वित्त मंत्री हिमंत बिस्वा सरमा पार्टी के लिए संकटमोचन का काम कर रहे हैं।
ये चार विधायक पहुंचे दिल्ली
यही वजह है कि बिस्वा सरकार से इस्तीफा देने वाले NPP के 4 मंत्रियों को लेकर सीधे राजधानी दिल्ली पहुंच गए। जॉयकुमार सिंह, एल जयंतकुमार सिंह, लेतपा हाओकिप और एन कायसी के नेतृत्व वाले सभी एनपीपी विधायक सरमा और संगमा के साथ चार्टर्ड उड़ान से राजधानी पहुंचे।
यही वजह है कि बिस्वा सरकार से इस्तीफा देने वाले NPP के 4 मंत्रियों को लेकर सीधे राजधानी दिल्ली पहुंच गए। जॉयकुमार सिंह, एल जयंतकुमार सिंह, लेतपा हाओकिप और एन कायसी के नेतृत्व वाले सभी एनपीपी विधायक सरमा और संगमा के साथ चार्टर्ड उड़ान से राजधानी पहुंचे।
बताया जा रहा है कि यहां इन चारों विधायकों की मुलाकात बीजेपी नेतृत्व से कराई जाएगी। ताकि पूर्वोत्तर के इस राज्य में हालातों को सामान्य रखा जा सके। इसलिए मंडराया संकट
उप मुख्यमंत्री वाई जॉय कुमार सिंह, बीजेपी के तीन बागी विधायक, तृणमूल कांग्रेस का एक और एक निर्दलीय के अलावा एनपीपी के कोटे से चार मंत्रियों के इस्तीफे के बाद एन बीरेन सिंह सरकार पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं।
उप मुख्यमंत्री वाई जॉय कुमार सिंह, बीजेपी के तीन बागी विधायक, तृणमूल कांग्रेस का एक और एक निर्दलीय के अलावा एनपीपी के कोटे से चार मंत्रियों के इस्तीफे के बाद एन बीरेन सिंह सरकार पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं।
अनलॉक-1 के बीच नई गाइडलाइन ने बढ़ाई मुश्किल, अब कोरोना के फैलने का बढ़ा खतरा कांग्रेस के लिए बड़ा मौका
ऐसे में यह कांग्रेस के लिए बड़ा मौका हो सकता है, क्योंकि कांग्रेस के पास नई पार्टी सेक्युलर प्रोग्रेसिव फ्रंट का समर्थन है एवं 60 सीटों वाली विधानसभा में उसके पास 29 सीटें हैं। वहीं बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार के पास 22 सीटें हैं।
ऐसे में यह कांग्रेस के लिए बड़ा मौका हो सकता है, क्योंकि कांग्रेस के पास नई पार्टी सेक्युलर प्रोग्रेसिव फ्रंट का समर्थन है एवं 60 सीटों वाली विधानसभा में उसके पास 29 सीटें हैं। वहीं बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार के पास 22 सीटें हैं।
दरअसल बीते दिन ही यानी मंगलवार को कुछ विधायकों को गुवाहाटी लाया गया। विधायकों के साथ पार्टी प्रमुख भी बीजेपी नेताओं से जरूरी चर्चा करने के लिए पहुंचे। इसी बीच सीबीआई की एक टीम इंफाल पहुंची, जहां उसने कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री ओकराम इबोबी सिंह से घर पूछताछ की।
पहले दौर की बातचीत में फायदा नहीं
वहीं नॉर्थ ईस्ट डेमोक्रेटिक अलाएंस (NEDA) के संयोजक हेमंत बिस्वा सरमा के साथ पहले दौर की बातचीत के दौरान NPP के नेता राज्य सरकार के नेतृत्व में बदलाव की अपनी मांग पर अड़े रहे।
वहीं नॉर्थ ईस्ट डेमोक्रेटिक अलाएंस (NEDA) के संयोजक हेमंत बिस्वा सरमा के साथ पहले दौर की बातचीत के दौरान NPP के नेता राज्य सरकार के नेतृत्व में बदलाव की अपनी मांग पर अड़े रहे।