यही वजह है कि बिस्वा सरकार से इस्तीफा देने वाले NPP के 4 मंत्रियों को लेकर सीधे राजधानी दिल्ली पहुंच गए। जॉयकुमार सिंह, एल जयंतकुमार सिंह, लेतपा हाओकिप और एन कायसी के नेतृत्व वाले सभी एनपीपी विधायक सरमा और संगमा के साथ चार्टर्ड उड़ान से राजधानी पहुंचे।
उप मुख्यमंत्री वाई जॉय कुमार सिंह, बीजेपी के तीन बागी विधायक, तृणमूल कांग्रेस का एक और एक निर्दलीय के अलावा एनपीपी के कोटे से चार मंत्रियों के इस्तीफे के बाद एन बीरेन सिंह सरकार पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं।
ऐसे में यह कांग्रेस के लिए बड़ा मौका हो सकता है, क्योंकि कांग्रेस के पास नई पार्टी सेक्युलर प्रोग्रेसिव फ्रंट का समर्थन है एवं 60 सीटों वाली विधानसभा में उसके पास 29 सीटें हैं। वहीं बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार के पास 22 सीटें हैं।
वहीं नॉर्थ ईस्ट डेमोक्रेटिक अलाएंस (NEDA) के संयोजक हेमंत बिस्वा सरमा के साथ पहले दौर की बातचीत के दौरान NPP के नेता राज्य सरकार के नेतृत्व में बदलाव की अपनी मांग पर अड़े रहे।