गर्भगृह से निकलने के बाद ममता बनर्जी ने परिसर में विराजमान माता पार्वती, माता अन्नपूर्णा और कनाडा से वापस आई मां अन्नपूर्णा के प्रतिमा का भी दर्शन किया। साथ ही कुंआ का भी दर्शन किया। इस दौरान उन्होंने मंदिर परिक्षेत्र में मौजूद दर्शनार्थियों का हाथ जोड़कर अभिवादन स्वीकार किया और हर-हर महादेव का जयघोष भी किया।
ये भी पढें- UP Assembly Elections 2022: पीएम के गढ़ में बोलीं ममता यूपी में बहन, बेटियों का सम्मान नहीं, किया शंखनाद बीजेपी तो हार गई बता दें कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपने 7 फरवरी के लखनऊ दौरे पर ही कहा था कि ‘मैं वाराणसी भी जाऊंगी और शिव मंदिर में दीया भी जलाऊंगी। मैं जानती हूं कि वाराणसी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र है, लेकिन कोई भी कहीं भी जाने के लिए स्वतंत्र है। मैं चाहती हूं कि उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में सपा की जीत हो।
ये भी पढें- UP Assembly Elections 2022: ममता का बनारस पहुंचने पर बीजेपी और हिंदू वाहिनी कार्यकर्ताओं ने किया विरोध यहां ये भी बता दें कि काशी आने के बाद ममता बनर्जी ने पहले मां गंगा का पूजन किया। हालांकि वो पैरों में तकलीफ के चलते गंगा किनारे तक नहीं जा सकीं पर उनके नाम से संकल्प लेकर पुरोहितों ने पूजन कराया। फिर आज उन्होंने श्री काशी विश्वनाथ के दरबार में मत्था टेका।