ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल विधानसभा सत्र के दौरान केंद्र सरकार को घेरते हुए कहा कि रसोई गैस, पेट्रोल और डीजल को बढ़ी हुई कीमतों पर बेचने से केंद्र सरकार ने लगभग 4 लाख करोड़ रुपये एकत्र किए हैं। अब वे (भाजपा) चाहते हैं कि राज्य सरकारें वैट कम करें। अगर राज्य ऐसा करते हैं तो उन्हें अपना पैसा कहां से मिलेगा? केंद्र को चाहिए कि वह 4 लाख करोड़ रुपये राज्यों के बीच समान रूप से वितरित करें। सीएम ने आगे कहा कि उनका राज्य वित्तीय बाधाओं के बावजूद कई तरह की सब्सिडी प्रदान कर रहा है।
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मंदिर, मस्जिद और गिरजाघर, ममता बनर्जी ने बताया क्या है टीएमसी का मतलब उन्होंने केंद्र सरकार पर चुनवी राजनीति को बढ़ावा देने का आरोप लगते हुए कहा कि “जब भी चुनाव नजदीक होते हैं, वे (केंद्र) कीमतें नीचे लाते हैं। चुनाव खत्म हो जाने पर, वे इसे फिर से बढ़ाते हैं। तेल की कीमतों पर हमें भाषण देने वालों को पहले जवाब देना चाहिए कि राज्य सरकार को अपना पैसा कहां से मिलेगा।” गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल की भाजपा इकाई ( West Bengal BJP Unit) ने तेल पर वैट कम नहीं करने पर आंदोलन करने की धमकी दी है।
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ममता बनर्जी को कांग्रेस पर नहीं है भरोसा, बोलीं- बीजेपी से है सेटिंग बनर्जी ने केंद्र सरकार पर राज्यों के बीच कोरोना टीकों (Covid Vaccine) के वितरण के दौरान बंगाल के साथ सौतेला व्यवहार करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों को दिए गए टीकों की तुलना में हमें दिए गए टीकों की संख्या बहुत कम थी। हमने सुनिश्चित किया है कि टीके की एक भी खुराक बर्बाद न हो।”