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वरिष्ठ नेता मुनाफ हकीम के अनुसार सभी कार्यकर्ता और पदाधिकारी उनके संपर्क में हैं। ये लोग रफाल मुददे पर एनसीपी चीफ के नजरिए से खासे नाराज हैं। उनका कहना है कि रफाल मसले पर पीएम मोदी का समर्थन करना अब पार्टी को मुश्किल में डाल देगा। मुनाफ हकीम ने कहा कि ऐसा पहली बार नहीं है, जब पवान ने पार्टी नेताओं को विश्वास में लिए बिना इस तरह का कदम उठाया हो। इससे पहले महाराष्ट्र में भाजपा को बहुमत न मिलने पर उन्होनें फडणवीस सरकार को समर्थन देकर भी ऐसा ही किया था। इसके साथ ही उन्होंने गुजरात में कांग्रेस को झटका देने के लिए अलग चुनाव लड़ा, जिसकी वजह से एनसीपी की छवि भाजपा के एजेंट वाली बनी। इन सब बातों से पार्टी के कार्यकर्ताओं में भारी आक्रोश है।
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मुनाफ ने इसके लिए शरद पवार को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि यह शरद पवार की इसी दोहरी राजनीति का ही परिणाम है कि अब कांग्रेस भी एनसीपी को लेकर एकमत नहीं हो पा रही है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता की मानें तो शरद पवार ने रफाल पर पीएम मोदी का समर्थन कर भाजपा खिलाफ साझा विपक्ष के प्रयासों का नाकाम करने की कोशिश की है।