इसके लिए कांग्रेस नेतृत्व ने महाराष्ट्र के 6 बड़े नेताओं को दिल्ली बुलाया है। इन नेताओं में सुशील कुमार शिंदे और अशोक चव्हाण का नाम शामिल है।
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वहीं, कांग्रेस मुंबई इकाई के पूर्व अध्यक्ष संजय निरूपम ने पार्टी कार्यकर्ताओं से प्रदेश में समय पूर्व चुनाव के लिए तैयार रहने के लिए कहा है।
वहीं इससे पहले यहां कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए शिवसेना को समर्थन देने के मुद्दे पर बैठक की है, जिससे पार्टी के अंदर ही मतभेद उभर कर सामने आने लगे हैं।
निरूपम ने कहा कि इससे फर्क नहीं पड़ता है कि कौन सरकार बनाता है और कैसे? लेकिन महाराष्ट्र में राजनीतिक अस्थिरता से इंकार नहीं किया जा सकता।
समय पूर्व चुनाव के लिए तैयार रहें। यह 2020 में हो सकता है। क्या हम शिवसेना के साझेदार के तौर पर चुनाव लड़ सकते हैं?
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कांग्रेस हालांकि महाराष्ट्र में शिवसेना को समर्थन देने के नाम पर दोफाड़ हो चुकी है। निरूपम हालांकि इस संबंध में मुखर रहे हैं और उन्होंने कांग्रेस को चेतावनी दी है कि ‘शिवसेना पर विश्वास करना पार्टी के लिए घातक होगा।
उनका हालिया बयान तब आया है जब कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता में पार्टी के महाराष्ट्र प्रभारी मल्लिकार्जुन खड़गे, पार्टी के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल और अन्य नेताओं की बैठक हुई है।