उन्होंने कहा कि जीवन में कुछ मोड़ आते हैं, जो जीवन बदल देते हैं। राजनीति जनसेवा के लक्ष्य का माध्यम होना चाहिए। यह काम कांग्रेस में पूरा नहीं हो रहा। वहां पर सही नेतृत्व का कोई महत्व नहीं है। इसके अलावा वर्तमान में कांग्रेस पार्टी वो नहीं रही जो पहले थी। बीजेपी ने मुझे जनसेवा ( Public Service ) का मंच प्रदान किया है। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने संबोधन में कहा कि जीवन में कुछ मोड़ आते हैं जो जीवन को बदल देते हैं।
MP Political Criss: शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत बड़ा बयान- कांग्रेस ने नहीं सुनी ज्योतिरादित्य ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बुधवार को बीजेपी ( BJP ) के मंच से कहा कि मध्य प्रदेश ( Madhya Pradesh ) में एक सपना हमने पिरोया था। जब वहां कांग्रेस की सरकार बनी थी। लेकिन 18 महीने में वो सारे सपने बिखर गए। चाहे वो 10 दिन में किसानों की कर्जमाफी की बात कही गई लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। युवाओं को रोजगार के अवसर नहीं मिल पाए हैं।
बीजेपी में शामिल होने के बाद उन्होंने कहा कि कांग्रेस आज वो पार्टी नहीं रही जो पहले थी। मन दुखी है। जनसेवा के लक्ष्य की पूर्ति आज उस संगठन के माध्यम से नहीं हो पाती। वहीं कमलनाथ की सरकार ( Kamalnath Government ) पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में तबादला उद्योग चल रहा है।
MP Political Crisis: सियासी गणित कमलनाथ के खिलाफ, गिर सकती है कांग्रेस सरकार अखिल भारतीय कांग्रेस पहले वाली कांग्रेस नहीं रही। कांग्रेस जमीनी वास्तविकता से दूर है। कांग्रेस में नए लोगों को मौका नहीं मिलता। मध्य प्रदेश में कांग्रेस सरकार ने 18 महीने बाद भी अपने वादे पूरे नहीं किए। आज भी किसानों को पिछले फसल का बोनस नहीं मिल पाया और न ही किसानों को ओलावृष्टि से खराब हुई फसल का मुआवजा दिया गया।
इससे पहले जेपी नड्डा ने ज्योतिरादित्य सिंधिया का भाजपा में शामिल करने के बाद राजमाता सिंधिया ( Rajmata Scindia ) को याद किया। उन्होंने कहा कि राजमाता हमारे लिए दिशा देने वाली नेता रही हैं। उन्होंने जनसंघ और भाजपा को शैश्वकाल से ही दिशा दी। हमारे लिए गौरव की बात है कि उनके पौत्र बीजेपी में शामिल हुए हैं। सिंधिया का स्वागत करते हुए उन्होंने कहा कि हम ज्योतिरादित्य के नेतृत्व से वाकिफ हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया हमारे परिवार के सदस्य हैं।
मानेसर के 5 सितारा होटल में शिफ्ट हुए बीजेपी विधायक, कैलाश विजयवर्गीय बोले- कमलनाथ को बता दें कि ज्योतिरादित्य सिंधिया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद मंगलवार को कांग्रेस से इस्तीफा दिया था। उसके बाद से मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। उनके इस्तीफे के बाद कांग्रेस के 22 विधायकों ने भी इस्तीफा दे दिया। इनमें 6 विधायक कमलनाथ सरकार में मंत्री हैं। बता जा रहा है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया अब मध्य प्रदेश से राज्यसभा के उम्मीदवार होंगे। मध्य प्रदेश से सिंधिया और हर्ष चैहान बीजेपी के राज्यसभा उम्मीदवार होंगे।