केंद्र में मोदी सरकार के दोनों कार्यकाल केा देखे तो बिना सब्सिडी वाला एलपीजी सिलेंडर 2014 जनवरी में 382 रुपये तक सस्ता था। उसके बाद मई 2014 में ही 929 रुपये पर पहुंच गया था। उसके बाद आज यानी जनवरी 2022 की बात करें तो एलपीजी सिलेंडर की कीमत 899 रुपये है। कांग्रेस की मनमोहन सरकार की तुलना में भले ही आज एलपीजी सिलेंडर के दाम भले ही कम हो। लेकिन यह सिलेंडर उन उपभोक्ताओं को काफी महंगा पड़ रहा है जो सब्सिडी से गैस सिलेंडर लेते हैं। 2014 को बिना सब्सिडी के गैस सिलेंडर का मूल्य 905 रुपए था। वहीं सब्सिडी वाले सिलेंडर का मूल्य 414 रुपये था।
यह भी पढ़े : UP Assembly Elections 2022 : पहले चरण में योगी के इन नौ रत्नों की किस्मत दांव पर, देखे कौन कहां से ठोक रहा ताल वहीं बात यूपी में एलपीजी सिलेंडर की करें तो पिछले पांच साल में रसोई गैस सिलेंडर के दाम में 167 रुपये की महंगाई हुई है। यानी इतना दाम बढ़े है। 2017 में बिना सब्सिडी वाले रसोई गैस सिलेंडर की कीमत 776 रुपये थी जो कि आज बढ़कर 939 रुपये पहुंच गई है। अब रसोई गैस के सब्सिडी और गैर सब्सिडी वाले सिलेंडर में किसी प्रकार का कोई अंतर नहीं है। दोनों के दाम बराबर हो गए हैं। इसी कारण से प्रदेश में विपक्ष ने योगी सरकार को रसोई गैस सिलेंडर के दामों में वृद्धि पर घेरा है। सपा महिला विंग की टीम घर घर जाकर महिलाओं को रसोई गैस के बढ़े दामों की याद दिलवाकर उनके जख्मो को कुरदने का काम कर रही हैं। वहीं इस मामले में कांग्रेस भी पहले से हमलावर है।