लोकसभा चुनाव 2019: जम्मू से विशाखापत्तनम तक लगी लंबी कतार, मतदाताओं का उत्साह चौंकाने वाला 17 फीसदी उम्मीदवारों पर मुकदमे दर्ज एडीआर की इलेक्शन वाच रिपोर्ट की मानें तो राजनीति में राष्ट्रीय और क्षेत्रीय दलों के प्रत्याशी चुनाव जीतने के लिए पैसा और बाहुबल का इस्तेमाल करते हैं। रिपोर्ट के मुताबिक पहले चरण में 1279 उम्मीदवारों में से 17 फीसदी यानि 213 उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। इनमें सबसे अधिक कांग्रेस के करीब 42 फीसदी प्रत्याशियों पर आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। इसके बाद भाजपा के 36 फीसदी, बसपा के 25 फीसदी प्रत्याशियों पर मुकदमे दर्ज हैं।
लोकसभा चुनाव 2019: मोहन भागवत ने नागपुर में किया मतदान, कहा- ‘ऐसा करना हमारा कर्तव्य है’ यूपी में 96 में से 24 पर आपराधिक मुकदमे उत्तर प्रदेश की बात करें तो यहां पर पहले चरण के 96 प्रत्याशियों में से 24 पर आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। इनमें से 17 पर ऐसे गंभीर मामले हैं, जिनमें पांच साल या इससे अधिक की सजा हो सकती है। इनमें भाजपा के आठ प्रत्याशियों में से सात पर आपराधिक मुकदमे हैं। तीन उम्मीदवारों पर तो गंभीर मामले हैं। कांग्रेस के छह में तीन प्रत्याशियों पर गंभीर आपराधिक मामले हैं। इसी तरह बसपा के चार प्रत्याशियों पर आपराधिक मामले हैं जिनमें से दो पर गंभीर मुकदमे हैं। सहारनपुर से आप के प्रत्याशी योगेश दहिया पर पांच मुकदमे, कांग्रेस प्रत्याशी इमरान मसूद पर आठ आपराधिक मामले, मेरठ से बसपा के उम्मीदवार याकूब कुरैशी पर छह आपराधिक मामले, बिजनौर से भाजपा के उम्मीदवार राजा भारतेंदु सिंह पर तीन आपराधिक मामले दर्ज हैं।