चर्चा ये है कि बीजेपी को रोकने के लिए अब राजद और सपा मिलकर कोई बड़ी रणनीति तैयार कर सकते हैं। देश के दो वरिष्ठ राजनेताओं की मुलाकात ने सियासी हलचल तेज कर दी है।
यह भी पढ़ेंः अब इस राज्य में बीजेपी के खिलाफ तैयारी कर रही TMC, अभिषेक बनर्जी के दौरे से पहले दिखा पोस्टर वार सोमवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री और आरजेडी के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने अपने राजनीतिक साथी और रिश्तेदार उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव से मुलाकात की। लालू प्रसाद यादव ने मुलायम सिंह यादव से मुलाकात करके उनका कुशल क्षेम जाना। इस मुलाकात की तस्वीरें लालू यादव ने ट्वीट के जरिए साझा भी कीं।
विपक्षी दलों के दो दिग्गज राजनेताओं की इस मुलाकात की तस्वीर को लालू ने सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर शेयर किया है।
लालू और मुलायम सिंह यादव की इस मुलाकात के दौरान उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी मौजूद थे।
लालू और मुलायम सिंह यादव की इस मुलाकात के दौरान उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी मौजूद थे।
लालू ने अपने समधी मुलायम से मुलाकात को लेकर ट्वीट किया। उन्होंने लिखा- ‘देश के वरिष्ठतम समाजवादी साथी मुलायम सिंह से मुलाकात कर उनका कुशलक्षेम जाना, गांव-देहात, खेत-खलिहान, गैर-बराबरी, अशिक्षा, किसानों, गरीबों युवाओं व बेरोजगारों के लिए हमारी सांझी चिंताएं और लड़ाई है। आज देश को पूंजीवाद और सम्प्रदायवाद नहीं बल्कि लोक समता एवं समाजवाद की अत्यंत आवश्यकता है।’
अपने ट्वीट के जरिए लालू ने भविष्य की रणनीति की एक झलक जरूर प्रस्तुत कर दी है। यह भी पढ़ेंः आगामी विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी के लिए कांग्रेस ने बनाई खास रणनीति, राहुल गांधी ने की ये तैयारी बीजेपी खेमे में बढ़ सकती है हलचल
राजनीति में माहिर लालू यादव जेल से बाहर आने के बाद लगातार सक्रिय नजर आ रहे हैं। पार्टी नेताओं से संवाद के साथ-साथ अब वे अपने पुराने रिश्तों के जरिए एक बार फिर चुनावी मैदान में अपना दम दिखाने को बेताब हैं। इसके लिए बीजेपी के विजयी रथ को रोकना पहली चुनौती है।
राजनीति में माहिर लालू यादव जेल से बाहर आने के बाद लगातार सक्रिय नजर आ रहे हैं। पार्टी नेताओं से संवाद के साथ-साथ अब वे अपने पुराने रिश्तों के जरिए एक बार फिर चुनावी मैदान में अपना दम दिखाने को बेताब हैं। इसके लिए बीजेपी के विजयी रथ को रोकना पहली चुनौती है।
यही वजह है कि लालू ने 2022 के जरिए 2024 को साधने की तैयारी शुरू कर दी है। लोकसभा में ताकत उसी दल की बढ़ती है जो यूपी फतह कर लेता है। ऐसे में आगामी यूपी विधानसभा चुनाव से पहले लालू और मुलायम की ये मुलाकात सियासी गर्मी बढ़ा सकती है।