लालू यादव ने शुरुआती शिक्षा बिहार में गोपालगंज से प्राप्त की। इसके बाद कॉलेज की पढ़ाई के लिए वे पटना चले आए। राजनीति में रुचि के चलते ही लालू यादव ने पटना के बीएन कॉलेज से लॉ में स्नातक और राजनीति शास्त्र में स्नातकोत्तर की पढ़ाई पूरी की।
राजनीति के माहिर खिलाड़ी लालू यादव ने छोटी सी उम्र में बता दिया था कि वे इस क्षेत्र में कुछ बड़ा करने जा रहे हैं। 29 वर्ष की आयु में ही वे जनता पार्टी की ओर से 6ठी लोकसभा के लिए चुन लिए गए।
लालू यादव ने राजनीति दांव पेंच के साथ ही बिहार की राजनीति में अपना वर्चस्व कायम करना शुरू कर दिया था। 10 मार्च 1990 को पहली बार वे बिहार प्रदेश के मुख्यमंत्री बने। इसके बाद दूसरी बार 1995 में भी वे सरकार बनाने में सफल रहे।
2004 में हुए लोकसभा चुनाव में ये बिहार के छपरा संसदीय सीट से जीतकर केंद्र में यूपीए शासनकाल में रेलमंत्री बने। इस दौरान उन्होंने कई अहम काम किए जिसकी तारीफ भारत के साथ-साथ दुनिया के दूसरे देशों में भी हुई। आईआईएम से लेकर हार्वर्ड तक उनके काम और मैनेजमेंट स्किल्स की चर्चा हुई।
– 8 बार बिहार विधानसभा के सदस्य रह चुके
– 2004 में पहली बार बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता बने
– 2002 में छपरा संसदीय सीट पर हुए उपचुनाव में वे दूसरी बार लोकसभा सदस्य बने
– लालू प्रसाद अपने बोलने की शैली के लिए मशहूर हैं। इसी शैली के कारण लालू प्रसाद भारत सहित विश्व में भी अपनी विशेष पहचान बनाए हुए हैं।
लालू 1 जून 1973 को राबड़ी देवी से विवाह के बंधन बंधे। लालू प्रसाद की कुल 7 बेटियां और 2 बेटे तेज प्रताप यादव और तेजस्वी यादव हैं। घोटाले में नाम
1997 में चारा घोटाले में नाम आने के बाद उन्होंने बिहार का सीएम पद अपनी पत्नी को सौंप दिया था और जेल चले गए थे। सितंबर 2013 में कोर्ट ने एक बार फिर उन्हे दोषी करार देते हुए पांच साल जेल की सजा सुनाई, लेकिन वो दिसंबर में दमानत पर छूट गए।