माकपा की जिला और प्रदेश कमेटी ने उनकी उम्मीदवारी की मंजूरी दी है। आपको बता दें कि बीएससी गणित की छात्रा आर्या शहर के मुदवनमुगल से पहली बार पार्षद चुनी गई हैं। पार्टी ने मेयर पद के लिए आर्या राजेंद्रन का नाम आगे बढ़ाते हुए उम्मीद जताई है कि और भी शिक्षित महिलाएं नेतृत्व की भूमिका में आएंगी।
एक जनवरी से होने जा रहे हैं ये 11 बड़े बदलाव, जानिए आपकी जिंदगी पर कैसे डालेंगे सीधा असर आपको बता दें कि पार्टी ने 100 सदस्यीय निगम में 51 सीटें जीती हैं। जबकि 35 सीटों के साथ बीजेपी मुख्य विपक्षी दल बनकर उभरी है। वहीं कांग्रेस नीत यूडीएफ को महज 10 सीटें ही हासिल हुई हैं। इस चुनाव में चार निर्दलीय भी निर्वाचित हुए हैं।
कम उम्र में राजनीति में सक्रिय
दरअसल देश में लगातार ये बात कही जा रही है कि युवाओं को बढ़चढ़ कर राजनीति में हिस्सा लेना चाहिए। आर्या ने इस बात को सच साबित कर दिखाया कि अब युवा शिक्षा के साथ-साथ राजनीति के जरिए समाज सेवा की ओर सफलता से बढ़ रहे हैं।
आर्या केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम के ऑल सेंट्स कॉलेज में पढ़ती हैं। वे बीएससी मैथेमैटिक्स की दूसरे वर्ष की छात्रा हैं। वह कम उम्र से ही राजनीति में काफी सक्रिय रहीं हैं। बालसंगम की केरल अध्यक्ष भी हैं आर्या
आर्या फिलहाल स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया की राज्य समिति की सदस्य हैं। साथ ही वे बालसंगम की केरल अध्यक्ष भी हैं। बालसंगम सीपीएम की बच्चों की विंग है।
चुनाव जीतने से पहले किया था ये वादा
चुनाव से पहले उन्होंने कहा था कि अगर वे चुनाव जीतती हैं, तो पहले से जारी विकास कार्यों के बजाए निचले प्राथमिक स्कूलों को बेहतर बनाने पर काम करेंगी।
ठंड को लेकर मौसम विभाग ने जारी किया सबसे बड़ा अलर्ट, देश के इन राज्यों अगले दो दिन बढ़ेगा सर्दी का सितम मेयर चुने जानें पर ये कहाआर्या ने मेयर चुने जाने पर खुशी जाहिर की। उन्होंने कहा कि पार्टी की तरफ से मिली भूमिका को पूरी निष्ठा से निभाएंगी। आर्या ने उम्मीद जताई है कि उनकी पढ़ाई और राजनीतिक काम साथ-साथ चलते रहेंगे।