विधायकों में सरकार के लिए गुस्सा: गौड़ा
बीजेपी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री डीवी सदानंद गौड़ा ( DV Sadananda Gowda ) ने गठबंधन सरकार के 13 विधायकों के इस्तीफे पर आश्चर्य व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि ये एक अच्छी घटना है। हालांकि इसमें कुछ देरी हुई है। सत्ता पक्ष के विधायकों ने सरकार पर अपना गुस्सा दिखाया और बड़ी संख्या में बाहर आ गए।
हम सरकार बनाने के लिए तैयार: BJP
राज्य में सरकार बनाने के सवाल पर सदानंद गौड़ा ने कहा कि अब हम कर्नाटक में सबसे बड़ी पार्टी हैं। हमारे पास 105 विधायक हैं। हालांकि राज्यपाल के पास संविधान के तहत सर्वोच्च अधिकार है, संवैधानिक जनादेश के हिसाब से अगर वे हमें आमंत्रित करते हैं तो निश्चित रूप से हम सरकार बनाने के लिए तैयार हैं।
हम सरकार बनाने के लिए तैयार: BJP
राज्य में सरकार बनाने के सवाल पर सदानंद गौड़ा ने कहा कि अब हम कर्नाटक में सबसे बड़ी पार्टी हैं। हमारे पास 105 विधायक हैं। हालांकि राज्यपाल के पास संविधान के तहत सर्वोच्च अधिकार है, संवैधानिक जनादेश के हिसाब से अगर वे हमें आमंत्रित करते हैं तो निश्चित रूप से हम सरकार बनाने के लिए तैयार हैं।
‘डूबता जहाज है कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन’
सदानंद गौड़ा कहा कि यह घटना दर्शाती है कि सरकार चलाने को लेकर जेडीएस और कांग्रेस दोनों पार्टियों में भारी फूट है। इस्तीफा देने वाले विधायक अच्छी तरह से जानते हैं कि कांग्रेस डूबता हुआ जहाज है और पार्टी में बने रहने से भविष्य के लिए कोई अवसर नहीं है। विधायकों को लगता है कि इस पार्टी (कांग्रेस-जेडीएस) से बाहर आने का यह बेहतर मौका है,इसलिए इस्तीफा दे दिया है।
खुद बिखर जाएगी गठबंधन सरकार
सत्ता पक्ष की ओर से लगातार आरोप लगाया जा रहा है कि कर्नाटक में बीजेपी ऑपरेशन लोटस पर काम कर रही है। इसपर गौड़ा ने कहा कि हमारी ओर से ऐसा कुछ नहीं हो रहा है। विधायकों के इस्तीफे से सरकार अगर खुद बिखर जाती है, तो हम इसमें क्या कर सकते हैं।
कर्नाटक का सियासी गणित
Karnataka assembly y में 225 सीट हैं, जहां बहुमत के लिए 114 सीटों की जरुरत होती है। अभी कांग्रेस-JDS गठबंधन के पास 115 सीटें हैं। बीजेपी यहां 105 विधायकों के साथ अकेली सबसे बड़ी पार्टी है। अब अगर 13 विधायकों का इस्तीफा मंजूर हो जाता है, तो एचडी कुमारस्वामी की सरकार अल्पमत में चली जाएगी।
निर्दलीय के साथ बनेगी बीजेपी सरकार?
बीजेपी नेताओं की तैयारियों से ये कयास लगाए जा रहे हैं कर्नाटक सरकार को समर्थन देने वाले दोनों निर्दलीय विधायक भी कुमारस्वामी का साथ छोड़ सकते हैं। अगर ऐसा होता है तो 107 विधायकों के साथ बीजेपी एकबार फिर कर्नाटक में सरकार बना लेगी।