इसके साथ ही उच्च सदन में बीजेपी की स्थिति मजबूत हो गई है। वहीं कड़े मुकाबले में कांग्रेस को दो सीटों का नुकसान हुआ है और उसने भी 11 सीटों पर जीत हासिल की है।
यह भी पढ़ेँः सांसदों के निलंबन पर राहुल गांधी ने निकाला मार्च, बोले-बहस के लिए सदन नहीं आते प्रधानमंत्री, ये लोकतंत्र चलाने का तरीका नहीं कर्नाटक विधान परिषद की 25 सीटों के लिए 10 दिसम्बर को चुनाव हुआ था। विधान परिषद चुनाव में कुल 90 प्रत्याशियों ने अपना भाग्य आजमाया था। इसमें बीजेपी और कांग्रेस के 20-20 उम्मीदवार चुनावी मैदान में थे।
स्थानी पार्टी जेडीएस के लिए ये चुनाव कुछ खास नहीं रहा। पार्टी ने चुनाव में कुल 6 उम्मीदवारों को उतारा था, लेकिन इनमें से सिर्फ 1 ही जीत हासिल कर सका। अपने गढ़ में दलों को झटका
बीजेपी ने भले ही चुनाव परिणामों में सबसे ज्यादा सीटें जीत ली हैं, लेकिन उसे अपने ही गढ़ में नुकसान उठाना पड़ा है। खास तौर पर सीएम बोम्मई के गृह जनपद में भी बीजेपी के लिए अच्छी खबर नहीं आई है। धारवाड़ और पार्टी के मजबूत गढ़ माने जाने वाले बेलगावी में बीजेपी उम्मीदवारों की करारी हार हुई है।
ऐसा नहीं है कि सिर्फ बीजेपी के गढ़ में सेंध लगी हो बल्कि जेडीएस के साथ भी ऐसा ही हुआ है। जेडीएस को भी मध्य के मजबूत क्षेत्र में झटका लगा है।
बीजेपी ने भले ही चुनाव परिणामों में सबसे ज्यादा सीटें जीत ली हैं, लेकिन उसे अपने ही गढ़ में नुकसान उठाना पड़ा है। खास तौर पर सीएम बोम्मई के गृह जनपद में भी बीजेपी के लिए अच्छी खबर नहीं आई है। धारवाड़ और पार्टी के मजबूत गढ़ माने जाने वाले बेलगावी में बीजेपी उम्मीदवारों की करारी हार हुई है।
ऐसा नहीं है कि सिर्फ बीजेपी के गढ़ में सेंध लगी हो बल्कि जेडीएस के साथ भी ऐसा ही हुआ है। जेडीएस को भी मध्य के मजबूत क्षेत्र में झटका लगा है।
ये है सीटों का गणित
कर्नाटक विधान परिषद में कुल 25 सीटों के लिए चुनाव कराया गया था। सत्ता पर काबिज होने के लिए 12 सीटें हासिल करना जरूरी थी। हालांकि बीजेपी बस एक सीट से चूक गई। उच्च सदन में अपनी स्थिति तो मजबूत कर ली है, लेकिन बहुमत हासिल नहीं कर पाई है। 11 सीटों पर जीत हासिल करने के बाद अब 75 सदस्यों वाली कर्नाटक विधान परिषद में बीजेपी के 37 सदस्य हो गए हैं।
कर्नाटक विधान परिषद में कुल 25 सीटों के लिए चुनाव कराया गया था। सत्ता पर काबिज होने के लिए 12 सीटें हासिल करना जरूरी थी। हालांकि बीजेपी बस एक सीट से चूक गई। उच्च सदन में अपनी स्थिति तो मजबूत कर ली है, लेकिन बहुमत हासिल नहीं कर पाई है। 11 सीटों पर जीत हासिल करने के बाद अब 75 सदस्यों वाली कर्नाटक विधान परिषद में बीजेपी के 37 सदस्य हो गए हैं।
यह भी पढ़ेँः Karnataka: धर्म परिवर्तन के बाद अनुसूचित जाति समुदाय के सदस्यों को नहीं मिलेगा आरक्षण का लाभ वहीं 11 सीट जीतने के साथ ही कांग्रेस के कुल सदस्यों की संख्या 29 से घटकर 26 रह गई हैं, जबकि जेडीएस ने एक सीट जीतने के साथ अपने सदस्यों की संख्या 7 कर ली है। एक निर्दलीय उम्मीदवार प्रतिष्ठित बेलगावी निर्वाचन क्षेत्र की दो सीटों में से एक पर जीत हासिल करने में सफल रहा है।
बता दें कि मौजूदा समय में जनता दल सेक्युलर ( JDS ) के बसवराज होराट्टी कर्नाटक विधान परिषद के अध्यक्ष हैं।