ऐसे में शुरुआत में ये आत्महत्या का मामला बताया जा रहा है। हालांकि पुलिस ने अब तक खुदकुशी को लेकर कोई पुष्टि नहीं की है। मामले की जांच शुरू कर दी गई है, इसके बाद ही स्पष्ट तौर पर कुछ कहा जा सकता है।
कोरोना को मात देने के लिए केंद्रीय मंत्री ने लोगों से की अजीब अपील, जानिए किस बात को दिन में एक बार दोहराने को कहा चिकमंगूलर में कदूर के पास जनता दल सेक्युलर ( JDS ) के 64 वर्षीय नेता एस एल धर्मेगौड़ा का शव 28-29 दिसंबर की दर्मियानी रात दो बजे बरामद हुआ। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। इस दौरान पुलिस ने शव के पास से सुसाइड नोट भी बरामद किया है, लेकिन पुलिस ने अब तक आत्महत्या की पुष्टि नहीं की है। पुलिस का कहना है कि जांच शुरू कर दी गई है, इसके बाद ही इस बात की पुष्टि हो सकेगी कि ये आत्महत्या है या फिर कोई साजिश।
वहीं पार्टी की ओर से धर्मेगौड़ा की मौत पर दुख व्यक्त किया गया। साथ ही जेडीएस ने इस मामले में जांच की मांग भी कही है। पूर्व पीएम देवगौड़ा ने जताया दुख
विधानपरिषद के डिप्टी चेयरमैन और पार्टी के वरिष्ठ नेता के इस तरह निधन पर पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा ने भी दुख प्रकट किया है। उन्होंने कहा कि ये खबर बहुत दुखद होने के साथ ही हैरान करने वाली है। पूर्व पीएम ने कहा कि धर्मेगौड़ा बहुत शानदार व्यक्ति थे, उनके इस तरह निधन से पार्टी में शोक की लहर है, साथ ही उनकी कमी हमेशा खलेगी।
विधानपरिषद के डिप्टी चेयरमैन और पार्टी के वरिष्ठ नेता के इस तरह निधन पर पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा ने भी दुख प्रकट किया है। उन्होंने कहा कि ये खबर बहुत दुखद होने के साथ ही हैरान करने वाली है। पूर्व पीएम ने कहा कि धर्मेगौड़ा बहुत शानदार व्यक्ति थे, उनके इस तरह निधन से पार्टी में शोक की लहर है, साथ ही उनकी कमी हमेशा खलेगी।
वहीं कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने भी धर्मेगौड़ा के निधन पर दुख व्यक्त किया है। कोरोना संकट के बीच चीन पर भारत की सबसे बड़ी कार्रवाई, जानिए अब कैसे बढ़ी ड्रैगन की परेशानी
हाल में सुर्खियों में थे धर्मेगौड़ा
धर्मेगौड़ा हाल ही में कांग्रेस के सदस्यों की ओर से उच्च सदन में उन्हें घेरने के बाद चर्चा में आए थे। कांग्रेस सदस्यों का आरोप था कि वह गैर कानूनी तरीके से सत्र की अध्यक्षता करने की कोशिश कर रहे थे।
धर्मेगौड़ा हाल ही में कांग्रेस के सदस्यों की ओर से उच्च सदन में उन्हें घेरने के बाद चर्चा में आए थे। कांग्रेस सदस्यों का आरोप था कि वह गैर कानूनी तरीके से सत्र की अध्यक्षता करने की कोशिश कर रहे थे।
विरोध के चलते कांग्रेस के सदस्यों ने विधान परिषद के सेशन के दौरान धर्मेगौड़ा को स्पीकर की कुर्सी से जबरदस्ती हटा दिया गया था। कांग्रेस सदस्यों ने आरोप लगाया था कि धर्मेगौड़ा ने सत्तारूढ़ बीजेपी के साथ मिलकर उच्च सदन अध्यक्ष प्रताप चंद्र शेट्टी को बाहर कर दिया है।
माना जा रहा है कि धर्मेगौड़ा के इस तरह शव मिलने के बाद कर्नाटक में सियासी पारा चढ़ सकता है।
माना जा रहा है कि धर्मेगौड़ा के इस तरह शव मिलने के बाद कर्नाटक में सियासी पारा चढ़ सकता है।