इससे पहले शुक्रवार को ही केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा था कि भाजपा कर्नाटक में अगला चुनाव मुख्यमंत्री बासवराज बोम्मई के नेतृत्व में लड़ेगी। पत्रकारों से बात करते हुए विजयेन्द्र ने कहा कि वर्ष 2023 में होने वाले आम चुनावों में अभी केवल 19 महीने बचे हुए हैं। ऐसे में जल्दबाजी में चुनाव लड़ना ठीक नहीं होगा। अत: वह वर्ष 2023 में होने वाले आम चुनाव में राज्य की उस विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे जिसे उनके समर्थक शॉर्टलिस्ट करेंगे।
विजयेन्द्र ने कहा कि वह इस संबंध में अपने पिता येदियुरप्पा, भाई बी.वाई. राघवेन्द्र तथा समर्थकों से भी बात करेंगे और चुनाव से छह माह पहले अंतिम निर्णय लेंगे। उन्होंने कहा कि अभी येदियुरप्पा उनका प्रचार-प्रसार करने के लिए राज्य का दौरा कर रहे हैं। जब उनसे पूछा गया कि क्या येदियुरप्पा का यह दौरा भाजपा आलाकमान की अनुमति लिए बिना हो रहा है तो उन्होंने कहा कि इस संबंध में भाजपा की राज्य ईकाई से बात हो चुकी है और उनके समर्थन से ही यह दौरा किया जा रहा है।
बोम्मई के नेतृत्व में चुनाव लड़ने पर पूछे गए एक प्रश्न को लेकर उन्होंने कहा कि बोम्मई मुख्यमंत्री हैं और उन्हें राज्य में एक नेता के रूप में प्रस्तुत किया गया है अत: वह भी उनके अधीन ही चुनाव लड़ेंगे और उन्हें इससे कोई दिक्कत नहीं है।