राजा ने ने कहा, “कुमार ने खुद को पार्टी से निकाल दिया। वे पार्टी के प्रति सच्चे नहीं थे। कन्हैया के पार्टी में आने से बहुत पहले से भाकपा मौजूद थी और उनके जाने के बाद भी बनी रहेगी।” राजा ने कुमार के कम्युनिस्ट विचारधारा में विश्वास पर भी सवाल उठाया।
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भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव ने कहा, “उनकी व्यक्तिगत और राजनीतिक महत्वाकांक्षाएं और आकांक्षाएं हैं। यह दिखाता है कि उन्हें कम्युनिस्ट विचारधारा में कोई विश्वास नहीं है।” जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की मौजूदगी में मंगलवार को कांग्रेस में शामिल हो गए।
गुजरात के दलित नेता और निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवाणी पार्टी में शामिल हो गए हैं। कुमार 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले भाकपा में शामिल हो गए थे और उन्होंने बिहार के बेगूसराय से भाजपा के गिरिराज सिंह के खिलाफ चुनाव लड़ा था और असफल रहे थे।