हेमंत सोरेन अपने मंत्रिमंडल के सहयोगियों के साथ 27 दिसंबर को रांची के मोरहाबादी मैदान में शपथ ग्रहण करेंगे। वहीं मंगलवार को झारखंड मुक्ति मोर्चा विधायक दल की बैठक होने जा रही है। बताया जा रहा है इससे पहले हेमंत सोरेन आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव से मुलाकात करेंगे।
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मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने से पहले हेमंत सोरेन के शपथ समारोह की तैयारियां शुरू हो रही हैं। लेकिन इससे पहले सोरेन राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव से मिलेंगे। बताया जा रहा है कि मंगलवार को हेमंत सोरेन रांची के रिम्स में लालू प्रसाद से मुलाकात कर सकते हैं। इससे पहले हेमंत ने जीत के लिए लालू प्रसाद और सोनिया, राहुल गांधी का आभार जताया था।
मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने से पहले हेमंत सोरेन के शपथ समारोह की तैयारियां शुरू हो रही हैं। लेकिन इससे पहले सोरेन राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव से मिलेंगे। बताया जा रहा है कि मंगलवार को हेमंत सोरेन रांची के रिम्स में लालू प्रसाद से मुलाकात कर सकते हैं। इससे पहले हेमंत ने जीत के लिए लालू प्रसाद और सोनिया, राहुल गांधी का आभार जताया था।
भव्य होगा शपथ समारोह
सोरेन के शपथग्रहण समारोह को भव्य बनाने की तैयारियां शुरू हो गई हैं। इस समारोह में गैर भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों और यूपीए के बड़े नेताओं को आमंत्रण दिया जाएगा।
सोरेन के शपथग्रहण समारोह को भव्य बनाने की तैयारियां शुरू हो गई हैं। इस समारोह में गैर भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों और यूपीए के बड़े नेताओं को आमंत्रण दिया जाएगा।
रांची के मोरहाबादी मैदान में शपथ ग्रहण समारोह की तैयारी शुरू कर दी गई है। यहां खुले मैदान में हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। लालू ने तेजस्वी को मनाया
विधानसभा चुनावों से पहले, जब कांग्रेस, राजद और झामुमो सीट बंटवारे को लेकर अंतिम बातचीत कर रहे थे, तो लालू ने तेजस्वी यादव को गठबंधन फार्मूला को स्वीकार करने के लिए मनाया था। क्योंकि तेजस्वी यादव अपनी पसंद की अधिक सीटों पर चुनाव लड़ना चाहते थे।
विधानसभा चुनावों से पहले, जब कांग्रेस, राजद और झामुमो सीट बंटवारे को लेकर अंतिम बातचीत कर रहे थे, तो लालू ने तेजस्वी यादव को गठबंधन फार्मूला को स्वीकार करने के लिए मनाया था। क्योंकि तेजस्वी यादव अपनी पसंद की अधिक सीटों पर चुनाव लड़ना चाहते थे।
तेजस्वी ने रांची में मौजूद होने के बावजूद महागठबंधन के एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में भाग नहीं लिया था। इसके बाद लालू ने तब तेजस्वी को हेमंत सोरेन और कांग्रेस नेताओं के साथ बातचीत करने के लिए मना लिया।
लालू ने तेजस्वी यादव को राजद को आवंटित सात सीटों के लिए सहमत होने के लिए राजी किया। वहीं, झामुमो और कांग्रेस ने 43 और 31 सीटों पर चुनाव लड़ा। रघुवर दास भी नहीं बचा पाए अपनी सीट
इस बीच महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार हेमंत सोरेन पिता शिबू सोरेन से मिलने पहुंचे और उनका आशीर्वाद लिया। १५ नवंबर, २००० को बिहार से अलग होकर नया राज्य बनने के बाद झारखंड में १९ साल में पांचवीं बार सोरेन परिवार को सत्ता मिलने जा रही है। हेमंत के पिता तीन बार राज्य के सीएम रहे तो वहीं, हेमंत दूसरी बार सीएम पद संभालेंगे।
इस बीच महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार हेमंत सोरेन पिता शिबू सोरेन से मिलने पहुंचे और उनका आशीर्वाद लिया। १५ नवंबर, २००० को बिहार से अलग होकर नया राज्य बनने के बाद झारखंड में १९ साल में पांचवीं बार सोरेन परिवार को सत्ता मिलने जा रही है। हेमंत के पिता तीन बार राज्य के सीएम रहे तो वहीं, हेमंत दूसरी बार सीएम पद संभालेंगे।
पिता के समर्पण और परिश्रम का नतीजा: हेमंत सोरेन
महागठबंधन के सीएम पद के उम्मीदवार हेमंत सोरेन ने कहा कि यह परिणाम पिता शिबू सोरेन के समर्पण और परिश्रम का नतीजा हैं। आज जनता की आकांक्षाओं को पूरा करने के संकल्प का दिन है।
महागठबंधन के सीएम पद के उम्मीदवार हेमंत सोरेन ने कहा कि यह परिणाम पिता शिबू सोरेन के समर्पण और परिश्रम का नतीजा हैं। आज जनता की आकांक्षाओं को पूरा करने के संकल्प का दिन है।
अब राज्य के लिए एक नया अध्याय शुरू होगा। ये मील का पत्थर साबित होगा। उम्मीदें नहीं टूटेंगी। नौजवान, किसान, महिला, व्यापारी, बूढ़े-बच्चे, मजदूरों सभी की उम्मीदों पर खरा उतरने की कोशिश करेंगे। आपको बता दें कि हेमंत सोरेन के मंत्रिमंडल में कांग्रेस और झामुमो से पांच-पांच और राजद से एक मंत्री रखे जाने की संभावना है।