खास बात यह है कि एलजेपी के साथ-साथ सिंह ने एक और बड़ा इशारा किया है। उन्होंने अपने बयान में कांग्रेस ( Congress ) में भी टूट की बात कही है। यह भी पढ़ेंः एलजेपी में टूट के बीच पशुपति पारस का बड़ा बयान, एनडीए का हिस्सा थे और आगे भी रहेंगे बिहार में सियासी पारा हाई है। एक तरफ लोजपा ( LJP ) में अंदरुनी कलह खुलकर सामने आ गई है तो दूसरी तरफ जेडीयू ने इस सियासी गर्मी में अपनी रोटियां सेकना भी शुरू कर दी हैं।
जेडीयू के अध्यक्ष आरसीपी सिंह ने एलजेपी में मचे घमासान के बीच पत्रकारों से चर्चा की। उन्होंने कहा कि, जैसा बोइएगा, वैसी फसल काटिएगा। यही नहीं उन्होंने इस दौरान कांग्रेस को लेकर भी बड़ा बयान दे डाला। सिंह ने कहा- ‘कांग्रेस डूबता हुआ जहाज है, उससे हर कोई अलग होना चाहता हैं।’
सिंह के इस बयान के बाद सियासी गलियारों में सुगबुगाहट तेज हो गई है कि जेडीयू की नजर कांग्रेस पर भी पड़ रही है। आने वाले दिनों में कांग्रेस में भी बड़ी फूट देखने को मिल सकती है।
चाचा से मिलने के लिए इंतजार करते रहे चिराग
इससे पहले चिराग पासवान चाचा के बागी तेवरों के बीच उनसे मिलने उनके निवास पहुंचे। जहां गेट के बाहर करीब 20 मिनट तक वे अंदर जाने का इंतजार करते रहे। 20 मिनट बाद घर का दरवाजा तो खुला लेकिन अंदर जाने के बाद भी चिराग की चाचा से मुलाकात नहीं हो पाई।
इससे पहले चिराग पासवान चाचा के बागी तेवरों के बीच उनसे मिलने उनके निवास पहुंचे। जहां गेट के बाहर करीब 20 मिनट तक वे अंदर जाने का इंतजार करते रहे। 20 मिनट बाद घर का दरवाजा तो खुला लेकिन अंदर जाने के बाद भी चिराग की चाचा से मुलाकात नहीं हो पाई।
डेढ़ घंटे तक वे घर में चाचा का इंतजार करते रहे, लेकिन पशुपति पारस घर पर थे ही नहीं और आए भी नहीं। हालांकि इस दौरान चिराग ने चाची से जरूर बातचीत की। उन्होंने कहा चाची से कहा कि ये घर का मामला है इसे आपस में बैठकर निपटाना चाहिए।
इसके बाद ही किसी तरह के निर्णय पर आना चाहिए। हालांकि बताया जा रहा है कि पशुपति पारस अपना मन बना चुके हैं और अब चिराग के अपनी ही पार्टी में अलग-थलग नजर आ रहे हैं।
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वहीं दिल्ली में पशुपति पारस समेत अन्य पांच बागी सांसद एक बार फिर लोकसभा स्पीकर से मिलेंगे। इस दौरान वे स्पीकर से अपनी मांग पर जल्द फैसला लेने की बात कहेंगे। बता दें कि 13 जून की शाम को भी सभी सांसद लोकसभा अध्यक्ष से मिले थे, इस दौरान उन्होंने स्पीकर को चिट्ठी लिखकर अपनी मांग सामने रखी और पशुपति को लोकसभा में पार्टी के संसदीय दल का नेता नियुक्त किए जाने की बात कही थी।
वहीं दिल्ली में पशुपति पारस समेत अन्य पांच बागी सांसद एक बार फिर लोकसभा स्पीकर से मिलेंगे। इस दौरान वे स्पीकर से अपनी मांग पर जल्द फैसला लेने की बात कहेंगे। बता दें कि 13 जून की शाम को भी सभी सांसद लोकसभा अध्यक्ष से मिले थे, इस दौरान उन्होंने स्पीकर को चिट्ठी लिखकर अपनी मांग सामने रखी और पशुपति को लोकसभा में पार्टी के संसदीय दल का नेता नियुक्त किए जाने की बात कही थी।