अब्दुल्ला ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि अफगानिस्तान में तालिबान अच्छा शासन करेगा। हालांकि उनके इस बयान पर बीजेपी ने विरोध जताया है। यह भी पढ़ेंः Jammu Kashmir: कश्मीरी पंडितों के लिए लॉन्च हुई वेबसाइट, विस्थापितों को जमीन दिलाने में मिलेगी मदद नेशनल कॉन्फ्रेंस चीफ फारूक अब्दुल्ला श्रीनगर में आयोजित एक कार्यक्रम में मीडिया से रूबरू हुए। इस दौरान उन्होंने तालिबान को लेकर अपनी प्रतिक्रिया भी दी। अब्दुल्ला ने कहा कि, ‘मुझे उम्मीद है कि अफगानिस्तान में तालिबान इस्लामिक नियमों के आधार पर अच्छा शासन करेगा और मानवाधिकारों का सम्मान करेगा। उन्हें सभी देशों के साथ दोस्ताना संबंध बनाने चाहिए।’
बीजेपी ने किया पलटवार
तालिबान पर फारूक अब्दुल्ला के बयान को लेकर बीजेपी ने भी पलटवार किया है। जम्मू-कश्मीर के पूर्व डिप्टी सीएम और बीजेपी नेता निर्मल सिंह ने कहा है कि तालिबान महिलाओं और अल्पसंख्यकों पर अत्याचार करता है और फारूक अब्दुल्ला उसका पक्ष ले रहे हैं।
तालिबान पर फारूक अब्दुल्ला के बयान को लेकर बीजेपी ने भी पलटवार किया है। जम्मू-कश्मीर के पूर्व डिप्टी सीएम और बीजेपी नेता निर्मल सिंह ने कहा है कि तालिबान महिलाओं और अल्पसंख्यकों पर अत्याचार करता है और फारूक अब्दुल्ला उसका पक्ष ले रहे हैं।
यही नहीं सिंह ने ये भी कहा कि, जिस देश में मुस्लिम अल्पसंख्यक हैं, वहां फारूक अब्दुल्ला सेक्युलरिज्म चाहते हैं और जहां मुस्लिम बहुसंख्यक हैं, वहां वह इस्लामिक नियम चाहते हैं। यह भी पढ़ेंः Jammu Kashmir: सुरक्षा एजेंसियों का अलर्ट, घाटी में सक्रिय हैं 200 आतंकी पाकिस्तान के इशारे का कर रहे इंतजार हाल में फारूक अब्दुल्ला ने कहा था कि जम्मू-कश्मीर में अगला विधानसभा चुनाव नेशनल कॉन्फ्रेंस जीतेगी। अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद उन्होंने पहली बार संकेत दिया कि उनकी पार्टी चुनाव में हिस्सा लेगी।
उन्होंने यह भी कहा था कि उन्हें इस बात का पछतावा है कि उनकी पार्टी ने जम्मू-कश्मीर में 2018 में हुए पंचायत चुनाव और 2019 में हुए खंड विकास परिषद (बीडीसी) चुनाव में भाग नहीं लिया।
उन्होंने यह भी कहा था कि उन्हें इस बात का पछतावा है कि उनकी पार्टी ने जम्मू-कश्मीर में 2018 में हुए पंचायत चुनाव और 2019 में हुए खंड विकास परिषद (बीडीसी) चुनाव में भाग नहीं लिया।