श्रीनगर में विभिन्न विकास योजनाओं का उद्घाटन करने के बाद पारंपरिक कश्मीरी फेरन पहने गृहमंत्री अमित शाह जब मंच पर बोलने के लिए आए तो उससे पहले ही उन्होंने वहां लगी बुलेटप्रूफ कांच को हटा दिया।
यह भी पढ़ेँः Jammu Kashmir: अमित शाह ने दौरे के आखिरी दिन खीर भवानी मंदिर में की पूजा, कई विकास कार्यों की रखेंगे आधारशिला शाह ने बुलेटप्रूफ कांच हटाए जाने के बाद कहा कि वह जम्मू-कश्मीर के लोगों से सीधे बात करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि “मुझे ताना मारा गया, निंदा की गई … ‘मैं आपसे खुलकर बात करना चाहता हूं, यही वजह है कि यहां कोई बुलेटप्रूफ शील्ड या सुरक्षा नहीं है।’
शाह ने नेशनल कॉन्फ्रेंस चीफ फारूक अब्दुल्ला पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि डॉ फारूक साहब ने मुझे पाकिस्तान से बात करने का सुझाव दिया है लेकिन मैं कश्मीर के युवाओं-यहां के लोगों से बात करूंगा। मुझे यहां के युवाओं से दोस्ती करनी है। कश्मीर के लोग मेरे अपने हैं, मुझे उनकी बात सुननी है।
शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर ( SKECC ) में सभा को संबोधित करते हुए गृहमंत्री ने कश्मीर के लोगों को इस बात का विश्वास दिलाया कि अब कोई भी ताकत यहां की शांति और जारी विकास योजनाओं को रोक नहीं सकती।
उन्होंने पूरे दावे के साथ लोगों से कहा कि अब आप लोग अपने दिन से डर को बाहर निकाल दें। कश्मीर की शांति और विकास को अब कोई नहीं बिगाड़ सकता। शाह ने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में जम्मू-कश्मीर में विकास तेजी से बढ़ेगा। इस प्रक्रिया में किसी को भी खलल डालने नहीं दी जाएगी।
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मैं आज कश्मीर के युवाओं से अपील करने आया हूं कि जिन्होंने आपके हाथ में पत्थर पकड़ाए थे, उन्होंने आपका क्या भला किया?
जिन्होंने आपके हाथ में हथियार पकड़ाए थे, उन्होंने आपका क्या भला किया?
मैं आज कश्मीर के युवाओं से अपील करने आया हूं कि जिन्होंने आपके हाथ में पत्थर पकड़ाए थे, उन्होंने आपका क्या भला किया?
जिन्होंने आपके हाथ में हथियार पकड़ाए थे, उन्होंने आपका क्या भला किया?
उन्होंने कश्मीर के युवाओं से भी अपील की कि वे भी कश्मीर के विकास में भागीदार बनें। नया कश्मीर आपके सामने है। 30,000 लोग लोकतांत्रिक तरीके से कश्मीर के लोगों के प्रतिनिधि बन गए हैं। उन्होंने कहा- ‘मैं कश्मीर के युवाओं से लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं में शामिल होने और कई स्तरों पर जनप्रतिनिधि बनने का आह्वान करता हूं।’