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विरोध में खुलकर आए नेता
दरअसल, संघ के कार्यक्रम में मुखर्जी के जाने की बात को लेकर सियासी घमासान मचा हुआ है। कांग्रेस के कई बड़े नेता खुलकर इसके विरोध में आ चुके हैं। कांग्रेस नेता रमेश ने एक समाचार पत्र को दिए साक्षात्कार में कहा कि राष्ट्रपति भवन में संघ कार्यकर्ताओं से मिलना एक अलग बात है, लेकिन नागपुर में संघ के गर्भ गृह में जाना इससे काफी अलग है।
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उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम ऐसे दीक्षित प्रचारकों का है, जो देश भर में लोकतांत्रिक व संवैधानिक वैल्यूज को नुकसान पहुंचाते हैं। वहीं, दूसरी ओर तरफ कुछ लोगों ने मुखर्जी के संघ कार्यक्रम में जाने का समर्थन किया है। उनका कहना है कि भारत का राष्ट्रपति बनने के बाद से सक्रिया राजनीति में प्रणव मुखर्जी की भूमिका समाप्त हो गई है। ऐसे में उनके संघ मुख्यालय जाने कोई परेशानी नहीं हो सकती। पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी नागपुर स्थित संघ के मुख्यालय में होने वाले एक कार्यक्रम में 7 जून को शामिल होंगे। उन्होंने इसके लिए संघ का निमंत्रण भी स्वीकार कर लिया है।