तीसरा मोर्चा मॉडल आजमाया हुआ और पुराना
चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने एक टीवी इंटरव्यू में बताया कि मैं नहीं मानता कि कोई तीसरा या चौथा मोर्चा मौजूदा व्यवस्था के लिए सफलतापूर्वक चुनौती बनकर उभर सकता है। उन्होंने कहा कि बीजेपी को कोई तीसरा-चौथा मोर्चा मुकाबला दे पाए, ये मुश्किल ही लगता है। किशोर का मानना है कि तीसरा मोर्चा मॉडल जांचा-परखा हुआ है आजमाया हुआ और पुराना है। यह मौजूदा राजनीतिक हालात के अनुकूल नहीं है।
सभी विपक्ष दल बीजेपी के खिलाफ
माना जा रहा है कि प्रशांत किशोर और एनसीपी चीफ शरद पवार की मुलाकात के पीछे तीसरा मोर्चा ही है। अगले लोकसभा चुनाव में सभी विपक्षी दल एकसाथ मिलकर बीजेपी के खिलाफ लड़ने की योजना बना रहे है। जिसकी अगुवाई शरद पवार कर सकते हैं। हालांकि, प्रशांत किशोर ने ऐसी अटकलों को भी खारिज किया। मुलाकातों पर पीके ने कहा कि दोनों लोग एक-दूसरे को बेहतर से जानने के लिए मिल रहे हैं।
10 दिन में दूसरी मुलाकात
आपको बता दे कि सोमवार को शरद पवार ने प्रशांत किशोर से दस दिनों में दूसरी बार मुलाकात की है। पहले 11 जून को पुणे में दोनों के बीच मुलाकात हुई थी। इसके बाद 21 जून किशोर से मिलने पवार दिल्ली में हुई है। यह मुलाकात मंगलवार को होने वाली राष्ट्र मंच की बैठक से ठीक पहले हुई तो इसके सियासी मायने भी निकाले गए।