जब बीजेपी ने अपने सहोयगी दल को एक साथ दे दिया था ‘रक्षा और रेल’ मंत्रालय
नई दिल्ली। नरेन्द्र मोदी आज प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। बतौर प्रधानमंत्री यह उनका दूसरा कार्यकाल होगा। साथ ही नए मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले नेता भी मंत्री पद की शपथ लेंगे। पीएम के साथ आज जो भी शपथ लेंगे, उनका नाम लगभग फाइनल हो चुका है। साथ ही सबके मन में एक ही सवाल है कि किस नेता को कौन सा विभाग मिलेगा? हालांकि, इस बार चर्चा यह भी है कि कई नेताओं के विभागों में फेरबदल भी किया जा सकता है। इसके अलावा बीजेपी के सहयोगी दलों के नेताओं को कौन सा विभाग दिया जाएगा, इस पर भी सबकी निगाहें टिकी हैं। लेकिन, एक समय ऐसा भी था जब बीजेपी ने अपने सहयोगी दल को दो खास मंत्रालय दे दिया था।
पढ़ें- मुस्लिम मंत्रियों के मामले में टूटेगा मोदी का रिकॉर्ड, या अल्पसंख्यक मुक्त होगा नया मंत्रिमंडल?अटल सरकार में रेल और रक्षा मंत्रालय था जेडीयू के पास पहली बार बीजेपी 1996 में केन्द्र में आई और अटल बिहारी वाजपेयी देश के प्रधानमंत्री बने। हालांकि, अटल सरकार 13 दिन में ही गिर गई। 1998 में एक बार फिर बीजेपी की सरकार बनी और अटल बिहारी वाजपेयी दोबार प्रधानमंत्री बने। यह सरकार 13 महीनों में गिर गई। देश में फिर चुनाव हुआ और अटल बिहारी वाजेपीय तीसरी बार प्रधानमंत्री बने। उनका कार्यकाल 2004 तक रहा। इस दौरान बीजेपी का सबसे बड़ा सहयोगी दल जेडीयू था। अटल सरकार में जेडीयू का कद इनता बड़ा था कि उसे दो बड़े मंत्रालय रक्षा और रेल दोनों दे दिए गए। जेडीयू के दिवंगत नेता जॉर्ज फर्नांडिस को रक्षा मंत्री बनाया गया। जबकि, बिहार के वर्तमान मुख्यमंत्री और जेडीयू अध्यक्ष नीतीश कुमार रेल मंत्रालय दिया गया। शायद यह पहली बार ही होगा जब बीजेपी ने अपने सहयोगी दल को दो बड़े मंत्रालय दे दिए थे। 2004 से लेकर 2014 तक केन्द्र में यूपीए की सरकार रही। वहीं, जब 2014 में नरेन्द्र मोदी की अगुवाई में चुनाव लड़ गया तो जेडीयू एनडीए से अलग हो गई।
पढ़ें- PM मोदी का शपथ ग्रहण समारोह आज, कैप्टन अमरिंदर सिंह का शामिल होने से इनकारफिर साथ आए जेडीयू और बीजेपी करीब 15 साल बाद जेडीयू बीजेपी के साथ मिलकर फिर से सत्ता में आई है। ऐसा माना जा रहा है कि जेडीयू के दो सदस्य मोदी के मंत्रिमंडल में शामिल हो सकते हैं। अब देखना यह है कि अटल की तरह मोदी भी जेडीयू को वह सम्मान देते हैं या फिर परिणाम अलग होगा।