हरियाणा में जहां कांग्रेस नेताओं के बीच आपसी खींचतान का दौर जारी है, वहीं कुछ पार्टी छोड़कर दूसरे दलों में अपना भविष्य तलाश रहे हैं।
ताजा मामला हरियाणा महिला कांग्रेस की प्रधान सुमित्रा चौहान से जुड़ा है।
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सुमित्रा चौहान ने शनिवार को कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देकर भाजपा का दामन थाम लिया है।
सुमित्रा ने हरियाणा भाजपा प्रधान सुभाष बराला की उपस्थिति में भाजपा की सदस्य ग्रहण की। इससे पहले सुमित्रा चौहान ने महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्षा को पत्र लिख पूरी स्थिति से अवगत कराया।
पत्र में उन्होंने लिखा कि हरियाणा महिला कांग्रेस की जिम्मेदारी संभालने के बाद उन्होंने पार्टी के लिए पूरी मेहनत से काम किया है।
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उन्होंने कहा कि कांग्रेस केंद्र सरकार के उन मुद्दों का भी विरोध कर रही थी, जिन पर सहमति की जरूरत थी।
सुमित्रा चौहान ने लिखा कि तीन तलाक मुस्लिम महिलाओं के हित से जुड़ा मुद्दा था, बावजूद इसके पार्टी इसका विरोध करती रही।
इसके साथ ही जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने वाले आर्टिकल 370 और 35ए को हटाया जाना भी देशहित का मामला था।
लेकिन पार्टी ने इस पर सरकार का विरोध किया।