राजनीति

केंद्रीय मंत्री ने भंसाली को दी नसीहत, फिल्म में इतिहास से नहीं करनी चाहिए छेड़छाड़

केंद्रीय गृहराज्य मंत्री हंसराज अहीर ने फिल्म के डॉयरेक्टर संजय लीला भंसाली को नसीहत दी है।

Nov 17, 2017 / 05:18 pm

ashutosh tiwari

नई दिल्ली। सियासी गलियारों में फिल्म पद्मावती को लेकर विवाद जारी है। शुक्रवार को केंद्रीय गृहराज्य मंत्री हंसराज अहीर ने फिल्म के डॉयरेक्टर संजय लीला भंसाली को नसीहत दे डाली। गृहराज्य मंत्री ने कहा कि किसी को भी इतिहास के साथ छेड़छाड़ करने की इजाजत नहीं है। फिल्म के डॉयरेक्टर को लोगों की भावनाओं को सम्मान करना चाहिए। अगर वो इतिहास के किसी मुद्दे पर फिल्म बना रहे हैं तो उन्हें पहले इतिहास को पढ़ लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारे देश का इतिहास बहुत पुराना है। अगर कोई डॉयरेक्टर फिल्म में इतिहास के तत्थों को बदलने की कोशिश करता है तो लोकतंत्र होने के नाते जनता उसका विरोध करेगी। उन्होंने भंसाली पर निशाना साधते हुए कहा कि राजपूतों और मराठाओं का इतिहास शूरवीरों का इतिहास है। अगर कोई आक्रमणकारियों को हीरो बनाने की कोशिश करता है तो ये पूरी तरह गलत है। उन्हें ऐसा करने से बचना चाहिए। आक्रमणकारी हमेशा विलेन ही रहेंगे।
कानून-व्यवस्था के हिसाब से राज्य लेंगे फैसला
उन्होंने कहा कि फिल्म को अपने प्रदेश में दिखाए जाने का फैसला राज्य की सरकारें करेंगी। अगर राज्य कानून व्यवस्था को संभालने में सक्षम हैं और वहां का कानून उन्हें इजाजत देता है तो फिल्म दिखाई जाएगी। उन्होंने केंद्रीय मंत्री उमा भारती के बयान का भी समर्थन किया।
हीरो-हीरोइन नहीं विवाद के लिए राइटर और डॉयरेक्टर जिम्मेदार
आपको बता दें कि गुरुवार को फिर से केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने फिल्म पद्मावती को लेकर बड़ा बयान दिया था। फिल्म के स्टार्स का बचाव करते हुए उमा भारती ने ट्वीट किया कि हीरो-हीरोइन की इसमें कोई गलती नहीं है। इस फिल्म को लेकर जो भी विवाद हो रहा है कि उसके लिए फिल्म के डॉयरेक्टर और राइटर जिम्मेदार हैं। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि जब हम पद्मावती के सम्मान की बात करते हैं तो हमें महिलाओं के भी सम्मान के बारे में सोचना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें फिल्म के हीरो-हीरोइन के लिए कोई आपत्तिजनक टिप्पणी नहीं करनी चाहिए। फिल्म के स्क्रिप्ट राइटर पूरी कहानी के लिए जिम्मेदार है।

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