नौसिखिए की तरह बात न करें राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा है कि राहुल गांधी देश के प्रतिष्ठित परिवार से हैं लेकिन उन्होंने रानजीतिक नौसिखिए की तरह राष्ट्रीय हित के मुद्दों पर बात करते हैं। उन्हें इस बात का आभास नहीं होता कि राष्ट्र हित के मुद्दे पर उनके बयान का दूसरे देश अपने हित में लाभ उठा सकते हैं।
पाकिस्तान ने उनके बयान का लाभ उठाते हुए भारत के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र को न केवल पत्र लिखा बल्कि मानवाधिकार तक का सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि जिस वक्त देश में चुनाव आएगा, उनके विरोधी को कुछ कहने की जरूरत नहीं होगी। वो बस यह कह देंगे कि ये 370 के हिमायती हैं तो लोग जूतों से मारेंगे।
INX Media Case: ED ने SC से कहा— गिरफ्तारी से बचने के लिए चिदंबरम खेल रहे हैं विक्टिम कार्ड अधीर रंजन के बयान पर राहुल ने क्यों साधी चुप्पी राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा है कि राहुल गांधी को उस दिन बोलना चाहिए था जब संसद में उनकी पार्टी के नेता कश्मीर को संयुक्त राष्ट्र से जोड़ रहे थे। मलिक ने लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी की ओर इशारा करते हुए कहा कि अगर राहुल गांधी नेता थे तो उन्हें उनको रोकना चाहिए था।
उन्हें फटकार लगानी चाहिए थी और यह कहना चाहिए था कि कश्मीर पर उनकी पार्टी का यह रूख है। उन्होंने अब तक कश्मीर पर रूख साफ नहीं किया है।
कश्मीर पर मोदी सरकार का बड़ा फैसला, विकास का एजेंडा तैयार करेगा मंत्रियों का समूह पाक ने उठाया राहुल के बयान का लाभ बता दें कि मोदी सरकार ने 5 अगस्त को आर्टिकल 370 के तहत जम्मू-कश्मीर को प्राप्त विशेष दर्जे को खत्म करने की घोषणा करने के बाद अपनी पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस में सत्यपाल मलिक ने कांग्रेस से कश्मीर मुद्दे पर अपना रूख स्पष्ट करने को कहा। बुधवार को राहुल गांधी ने पाकिस्तान पर जम्मू-कश्मीर में हिंसा उकसाने का आरोप लगाया था।
अब उनके इस बयान को कांग्रेस का यू-टर्न माना जा रहा है। पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र को जारी पत्र में उनके पिछले हफ्ते के बयान का हवाला देकर मोदी सरकार को घेरने की कोशिश की है।