गंभीर ने कहा कि उनको मालूम है कि बैठक काफी महत्वपूर्ण थी, लेकिन वह बाध्य थे।
महाराष्ट्र: शिवसेना प्रमुख संजय राउत का खुलासा— सरकार बनाने में इस वजह से हो रही देरी
पूर्व क्रिकेट गौतम गंभीर ने कहा कि उन्होंने राजनीति अप्रैल में ज्वाइन की है, जबकि यह कांट्रेक्ट जनवरी में साइन किया था।
कांट्रेक्ट की बाध्यता के चलते उनको इंदौर जाना पड़ा था। उन्होंने कहा कि इसके लेकर उनको 11 नवंबर को एक मेल मिला था, जिसके बाद उनको तुरंत बाद इंदौर के लिए रवाना होना पड़ा।
गंभीर ने कहा कि उन्होंने मीटिंग में न शामिल का कारण पहले ही बता दिया था।
जस्टिस बोबडे ने ली देश के 47वें प्रधान न्यायाधीश के रूप में शपथ
आपको बता दें कि प्रदूषण से संबंधित उच्च स्तरीय बैठक में शामिल न होने के बाद उनकी इंदौर में जलेबी और पोहे खाते हुए एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई थी।
जिसके बाद वह आम आदमी पार्टी के निशाने पर आ गए थे। तस्वीर के वायरल होते ही आम आदमी पार्टी ने गौतम गंभीर को लेकर तमाम सवाल खड़े कर दिए थे।
चिदंबरम की कांग्रेस को सलाह, संसद में मोदी सरकार को अर्थव्यवस्था पर बेनकाब करें
आप ने गौतम गंभीर पर प्रदूषण जैसे गंभीर मुद्दों को लेकर लापरवाही का आरोप लगाया।
वहीं, दिल्ली के कई इलाकों में गौतम गंभीर के लापता होने के पोस्टर लगे थे। ITO इलाके में पेड़ों और दीवारों पर चिपके इन पोस्टरों पर लिखा है ”क्या आपने इनको गौतम गंभीर को कहीं पर देखा है। आखिरी बार इन्हें इंदौर में जलेबी खाते हुए देखा गया था।