आरपीएन सिंह ने कांग्रेस से अपने इस्तीफे के साथ ही एक ट्वीट किया। इस ट्वीट के जरिए उन्होंने कहा कि, ‘आज जब पूरा राष्ट्र गणतंत दिवस का उत्सव मना रहा है, मैं अपने राजनीतिक जीवन में नया अध्याय आरंभ कर रहा हूं। जय हिंद।’
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पडरौना विधानसभा सीट से रह चुके विधायक
आरपीएन सिंह कांग्रेस के कद्दावर नेताओं में गिने जाते थे। वे 1996, 2002 और 2007 में पडरौना विधानसभा सीट से कांग्रेस पार्टी से विधायक भी रह चुके हैं। 1999 के लोकसभा चुनाव में आरपीएन सिंह तीसरे स्थान पर रहे थे। जबकि 2004 में वे दूसरे स्थान पर रहे थे।
2009 के लोकसभा चुनाव में रतनजीत प्रताप नारायण सिंह चुनाव जीते और यूपीए-2 की सरकार में भूतल परिवहन व सड़क राज्यमार्ग राज्यमंत्री, पेट्रोलियम राज्य मंत्री व गृह राज्य मंत्री की जिम्मेदारी संभाली।
हालांकि इसके बाद एक बार फिर 2014 के लोकसभा चुनाव में आरपीएन सिंह को बीजेपी प्रत्याशी राजेश पाण्डेय ने 85,540 हजार मतों से पराजित किया था।
बीजेपी में हो सकते हैं शामिल
कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद अब राजनीतिक गलियारों में अटकलें तेज हो गई हैं कि वे बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। दोपहर तीन बजे तक ही उनके बीजेपी जॉइन करने की खबरें भी सामने आ रही हैं। माना जा रहा है कि बीजेपी में शामिल होने के बाद वे भाजपा के टिकट पर पडरौना सीट से चुनाव लड़ सकते हैं। दरअसल इस सीट से समाजवादी पार्टी ने बीजेपी छोड़कर आए स्वामी प्रसाद मौर्य को चुनावी मैदान में उतारा है। कुंवर रतनजीत नारायण सिंह या आरपीएन सिंह पडरौना रियासत से हैं। उन्हें वहां का राजा साहेब कहा जाता है। उनका जन्म 25 अप्रैल 1964 को दिल्ली में हुआ था। वह कुशीनगर के क्षत्रिय परिवार से ताल्लुक रखते हैं।