उमर अब्दुल्ला का कहना है कि मैं बीते तीन दिनों से शवों को परिजनों को सौंपने की मांग कर रहा हूं, लेकिन अभी तक प्रशासन ने कोई कदम नहीं उठाया है। इसके चलते मजबूर होकर आज मुझे यह विरोध प्रदर्शन करना पड़ रहा है। मैं आज यहां अपना गुस्सा और लाचारी व्यक्त करने के लिए बैठा हूं।
उमर अब्दुल्ला ने बताया कि हत्या के तीन दिन बाद भी प्रशासन ने मृतकों के शवों परिवारों को नहीं लौटाए जा रहे हैं। लेकिन मुझे इसको लेकर विरोध करने तक नहीं दिया जा रहा है। बता दें कि हैदरपोरा एनकाउंटर के बाद महबूबा मुफ्ती ने सवाल उठाए थे। इसके बाद कल उन्हें उनके आवास में अगले आदेश तक के लिए नजरबंद कर दिया गया है।