चुनाव के लिए झूठ बोलती है सरकार
फारुक अब्दुल्ला ने बालाकोट स्ट्राइक पर सवाल उठाते हुए कहा कि क्या हम पाकिस्तान से जमीन का कोई टुकड़ा छीन पाए। या फिर कश्मीर में आतंकी हमले बंद हो गए। नियंत्रण रेखा अब भी वहीं है और हम अपना एयरक्राफ्ट उधर गिरा बैठे। उनका कहना है कि बीजेपी सिर्फ सांप्रदायिकता फैलाने के लिए इन मुद्दों का सहारा लेती है। वो चुनाव जीतने के लिए सिर्फ झूठ का सहारा ले रहे हैं।
फारुक अब्दुल्ला ने बालाकोट स्ट्राइक पर सवाल उठाते हुए कहा कि क्या हम पाकिस्तान से जमीन का कोई टुकड़ा छीन पाए। या फिर कश्मीर में आतंकी हमले बंद हो गए। नियंत्रण रेखा अब भी वहीं है और हम अपना एयरक्राफ्ट उधर गिरा बैठे। उनका कहना है कि बीजेपी सिर्फ सांप्रदायिकता फैलाने के लिए इन मुद्दों का सहारा लेती है। वो चुनाव जीतने के लिए सिर्फ झूठ का सहारा ले रहे हैं।
हत्याओं में कश्मीरियों का नहीं कोई हाथ
बता दें कि हाल ही में फारुक अब्दुल्ला ने कश्मीर में हो रही आतंकी घटनाओं को लेकर बड़ा बयान दिया था। उन्होंने घाटी में हो रही प्रवासी मजदूरों की हत्या पर अफसोस जताया और कहा कि इन घटनाओं में कश्मीरियों का कोई हाथ नहीं है। बल्कि ये हत्याएं कश्मीरियों को बदनाम करने की साजिश के तहत की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि इन हत्याओं से कश्मीर के माहौल को खराब करने की कोशिश की जा रही है।
बता दें कि हाल ही में फारुक अब्दुल्ला ने कश्मीर में हो रही आतंकी घटनाओं को लेकर बड़ा बयान दिया था। उन्होंने घाटी में हो रही प्रवासी मजदूरों की हत्या पर अफसोस जताया और कहा कि इन घटनाओं में कश्मीरियों का कोई हाथ नहीं है। बल्कि ये हत्याएं कश्मीरियों को बदनाम करने की साजिश के तहत की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि इन हत्याओं से कश्मीर के माहौल को खराब करने की कोशिश की जा रही है।
कांग्रेस कर रही ये मांग
वहीं कांग्रेस भी कश्मीर में हो रही इन हत्याओं को लेकर सरकार पर हमलावर है। कांग्रेस का कहना है कि अनुच्छेद 370 हटने के बाद कश्मीर में हालात और बिगड़ रहे हैं। जाहिर है कि केंद्र सरकार कश्मीर को संभालने में नाकाम साबित हुई है। ऐसे में केंद्र सरकार को जम्मू-कश्मीर का पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल कर देना चाहिए। इसके साथ ही राज्य में जल्द से जल्द निष्पक्ष चुनाव कराए जाएं।
वहीं कांग्रेस भी कश्मीर में हो रही इन हत्याओं को लेकर सरकार पर हमलावर है। कांग्रेस का कहना है कि अनुच्छेद 370 हटने के बाद कश्मीर में हालात और बिगड़ रहे हैं। जाहिर है कि केंद्र सरकार कश्मीर को संभालने में नाकाम साबित हुई है। ऐसे में केंद्र सरकार को जम्मू-कश्मीर का पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल कर देना चाहिए। इसके साथ ही राज्य में जल्द से जल्द निष्पक्ष चुनाव कराए जाएं।
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