उन्होंने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए दावा किया है कि अगर वे घाटी में कहीं भी भारत के बारे में कुछ बोलते हैं तो कोई उन्हें सुनने वाला नहीं होता है। जम्मू-कश्मीर से धारा 370 की समाप्ति के बाद से कश्मीर के लोग खुद को भारतीय नहीं मानते हैं। एनसी नेता फारूक अब्दुल्ला ने एक बार फिर भड़काव बयान देते हुए केंद्र सरकार से घाटी में धारा 370 बहाल करने की मांग की है।
Omar Abdullah ने अपनी नई किताब में किस दुविधा का किया जिक्र, जानिए पूरा डिटेल लोकसभा सांसद फारूक अब्दुल्ला ( Farooq Abdullah ) ने एक वेबसाइट को दिए साक्षात्कार में कहा कि न ही कश्मीरी खुद को न भारतीय मानते हैं और न ही भारतीय होना चाहते हैं। इसके बदले वे चाहते हैं कि चीन उन पर शासन करें।
ईमानदारी से बात करूं तो मुझे हैरानी होगी अगर उन्हें घाटी में कोई ऐसा शख्स मिल जाता है जो खुद को भारतीय बोले। वे खुद को भारतीय नहीं मानते हैं और न ही पाकिस्तानी…। सही माने में एक साल पहले जो हुआ, वह ताबूत में आखिरी कील था।
Jammu-Kashmir: NC प्रमुख फारूक अब्दुल्ला की नजरबंदी खत्म, 7 माह बाद होंगे रिहा कश्मीरियों का केंद्र सरकार पर कोई भरोसा नहीं रह गया है। हिन्दुस्तान के विभाजन के समय घाटी के लोगों का पाकिस्तान जाना आसान था लेकिन तब उन्होंने गांधी के भारत को चुना था न कि मोदी के भारत का।