यूपी में नहीं बुलाए गए केंद्रीय सुरक्षा बल
कोरोना के समय प्रदेश में पंचायतीराज के चुनाव हो या उसी कालखंड के दौरान 2022 में विधानसभा चुनाव और 2023 में निकाय चुनाव किसी भी चुनाव में केंद्रीय सुरक्षा बलों को बुलाने की जरूरत नहीं पड़ी। पूरे प्रदेश में शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव हुए जबकि इस दौरान प्रदेश की सुरक्षा व्यवस्था प्रदेश की पुलिस के पास ही थी। जबकि पश्चिम बंगाल में हाईकोर्ट की सख्त नाराजगी और आदेश के बाद सुरक्षा के लिए केंद्रीय अर्द्धसैनिक बलों की तैनाती की गई थी।
यूपी में बिना किसी बूथ कैपचरिंग के हुए चुनाव
पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव में हुई हिंसा में एक दिन में करीब 20 से अधिक लोगों की जान चली गई। चुनाव प्रक्रिया शुरू होने के बाद से लगभग 40 लोगों को जान गंवानी पड़ी है।वहीं यूपी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में 2019 लोकसभा चुनाव के बाद से अब तक हुए सभी चुनाव बिना किसी बूथ कैपचरिंग, बिना किसी हिंसा और गोलीबारी के संपन्न होना नजीर बन गया है।
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