‘चुनावों में हार के लिए गांधी परिवार नहीं, नेता और सांसद जिम्मेदार’
वरिष्ठ कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने मीडिया से बातचीत में कहा, “हम सभी ने सोनिया गांधी से अनुरोध किया कि वो अकेली जिम्मेदार नहीं हैं। सभी राज्यों के नेता, सांसद और विधायक पाँच राज्यों में हार के लिए जिम्मेदार हैं न कि गांधी परिवार।”
पार्टी को मजबूत बनाने पर हुई चर्चा
उन्होंने आगे कहा, “वो काफी मेहनत कर रही हैं और वो हमारी नेता हैं। हमें उनपर भरोसा है। उनके इस्तीफे को लेकर कोई सवाल भी नहीं है। अब कैसे पार्टी को आने वाले चुनावों में मजबूत बनाया जाए, कैसे नेता, कांग्रेस और संसद मिलकर पार्टी को बेहतर बनाए इसपर चर्चा हुई है।”
वरिष्ठ कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने मीडिया से बातचीत में कहा, “हम सभी ने सोनिया गांधी से अनुरोध किया कि वो अकेली जिम्मेदार नहीं हैं। सभी राज्यों के नेता, सांसद और विधायक पाँच राज्यों में हार के लिए जिम्मेदार हैं न कि गांधी परिवार।”
पार्टी को मजबूत बनाने पर हुई चर्चा
उन्होंने आगे कहा, “वो काफी मेहनत कर रही हैं और वो हमारी नेता हैं। हमें उनपर भरोसा है। उनके इस्तीफे को लेकर कोई सवाल भी नहीं है। अब कैसे पार्टी को आने वाले चुनावों में मजबूत बनाया जाए, कैसे नेता, कांग्रेस और संसद मिलकर पार्टी को बेहतर बनाए इसपर चर्चा हुई है।”
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक को लेकर जानकारी दी कि “इस दौरान चर्चा ये भी हुई कि आगे की रणनीति क्या होनी चाहिए और कैसे पार्टी के सभी नेताओं को काम करना चाहिए।”
सोनिया गांधी के नेतृत्व में तय होगी आगे की रणनीति
उन्होंने जोर देकर कहा, “हम सोनिया गांधी के नेतृत्व में आगे की लड़ाई लड़ना चाहते हैं और भाजपा को अवश्य हराएंगे। आने वाले चुनावों में हम पहले से कहीं बेहतर प्रदर्शन करेंगे।”
बता दें कि पाँच राज्यों के चुनावों में कांग्रेस को बुरी हार का सामना करना पड़ा है। हार पर समीक्षा के लिए गांधी परिवार समेत कांग्रेस के कई बड़े नेताओं ने इसमें हिस्सा लिया था।
यह भी पढ़े – सोनिया गांधी ने माना कैप्टन को हटाने में देरी की, सिद्धू के सर फूटा हार का ठीकरा
उन्होंने जोर देकर कहा, “हम सोनिया गांधी के नेतृत्व में आगे की लड़ाई लड़ना चाहते हैं और भाजपा को अवश्य हराएंगे। आने वाले चुनावों में हम पहले से कहीं बेहतर प्रदर्शन करेंगे।”
बता दें कि पाँच राज्यों के चुनावों में कांग्रेस को बुरी हार का सामना करना पड़ा है। हार पर समीक्षा के लिए गांधी परिवार समेत कांग्रेस के कई बड़े नेताओं ने इसमें हिस्सा लिया था।
यह भी पढ़े – सोनिया गांधी ने माना कैप्टन को हटाने में देरी की, सिद्धू के सर फूटा हार का ठीकरा