राज्यसभा चुनाव के लिए राजनीतिक दलों के प्रत्याशी 13 मार्च तक नामंकन दाखिल कर सकते हैं। 18 मार्च को नाम वापस लेने की अंतिम तारीख होगी। 26 मार्च को 55 सीटों में चुनाव होगा। राज्यसभा में दबदबा बनाए रखने के लिए जहां कांग्रेस अपनी सीटों में इजाफा करने को लेकर भरपूर प्रयास में जुटी है वहीं बीजेपी ज्यादा संख्या में पार्टी प्रत्याशी को जीत दिलाकर राज्यसभा में निर्णायक बढ़त की दिशा में आगे बढ़ने का प्रयास करेगी।
यही वजह है कि 17 राज्यों की 55 सीटों पर राज्यसभा चुनाव ( Rajya Sabha Election ) को काफी अहम माना जा रहा है। यही वजह है कि दोनों पार्टियों के बीच शह-मात का खेल जारी है।
दरअसल, राज्यसभा में 17 राज्यों की 55 सीटों पर सदस्यों का कार्यकाल अप्रैल में अलग-अलग तारीखों को पूरा हो रहा है। इनमें महाराष्ट्र से सात, ओडिशा से चार , तमिलनाडु से 6, पश्चिम बंगाल 5, आंध्र प्रदेश 4, तेलंगाना 2, असम 3, बिहार 5, छत्तीसगढ़ 2, गुजरात 4, हरियाणा 2, हिमाचल प्रदेश 1, झारखंड 2, मध्य प्रदेश 3, मणिपुर 1 और राजस्थान 3 की सीटें 9 अप्रैल को खाली हो रही हैं। इसके अलावा मेघालय की एक सीट 12 अप्रैल को खाली हो रही है। वर्तमान में राज्यसभा की 55 सीटों में से 15 बीजेपी के पास, 3 जेडीयू के पास और 4 AIADMK के पास है। इनके अलावा बीजेडी के भी दो सदस्य हैं। विपक्षी दलों में कांग्रेस के पास 13 जबकि 18 सदस्य अन्य दलों के हैं। इन दलों में एनसपी, शिवसेना और टीएमसी जैसे दल शामिल हैं।