आर्थिक पैकेज की मांग की जानकारी के मुताबिक शुक्रवार को बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस गृहमंत्री अमित शाह से मिली थे। शाह से उनकी मुलाकात एक घंटे तक बंद कमरे में चली। शाह से मुलाकात के बाद देवेंद्र फडणवीस ने दावा किया कि शाह के साथ उनकी मुलाकात गैर राजनीतिक थी। उनकी दिल्ली यात्रा का मकसद प्रदेश के चीनी उद्योगों ( Sugar industries ) के लिए आर्थिक सहायता की मांग करना था।
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में कोरोना वायरस (
Coronavirus Pandemic ) की स्थिति से भी शाह को अवगत कराया है और इसके लिए प्रधानमंत्री से मुलाकात का वक्त मांगा है।
Assam में फिर हिली धरती, रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4.0 उन्होंने कहा कि हमारी मंशा राज्य सरकार ( State Government ) को अस्थिर करने की नहीं हैं। यह समय कोरोना वायरस से लड़ने का है। महाराष्ट्र में ऑपरेशन लोटस नहीं होगा। हमने पहले ही कहा है कि सरकार अपने अंतर्विरोध की वजह से अपने आप गिरेगी। हम इंतजार करेंगे कि यह कब गिरती है।
आज पीएम मोदी से करेंगे मुलाकात देवेंद्र फडणवीस शुक्रवार को अमित शाह ( Amit shah ) से मिलने के बाद दिल्ली में ही रुक गए। शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( PM Narendra Modi ) से मुलाकात करेंगे। महाराष्ट्र के चीनी उद्योग से जुड़े और राकांपा-कांग्रेस ( NCP-Congress ) से बीजेपी में आए नेताओं रंजीत सिंह निंबालकर, हर्षवर्धन पाटील, धनंजय महाडीक, विनय कोरे और जयकुमार गोरे को लेकर दिल्ली गए हैं।
राजनाथ सिंह ने भरी हुंकार : भारत हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार, स्वाभिमान से समझौता स्वीकार नहीं अटकलों को किया खारिज
देवेंद्र फडणवीस ( Devendra Fadnavis ) ने उन अटकलों को भी खारिज कर दिया कि उन्हें दिल्ली में बीजेपी केंद्रीय नेतृत्व ने राष्ट्रीय राजनीति में किसी भूमिका के बारे में जानकारी दी गई है। हालांकि लंबे समय से यह चर्चा चल रही है कि महाराष्ट्र में सत्ता गंवाने के बाद देवेंद्र फडणवीस को भाजपा केंद्र में मंत्री बना सकती है। हाल ही में प्रदेशों में बीजेपी के संगठनात्मक चुनावों की प्रक्रिया पूरी हुई है। जल्द ही केंद्र में भी बड़े पैमाने पर फेरबदल होने की संभावना है।