प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि कलबुर्गी, यादगीर, बीदर, कोप्पल, बेलारी और रायचूर जिलों के विकास पर किसी भी पार्टी की सरकार ने अभी तक ध्यान नहीं दिया। उत्तरी कर्नाटक क ये जिले आजादी के 73 साल बाद भी देश के पिछड़े जिलों में शुमार हैं।
उपेक्षा का आरोप आपको बता दें कि कलबुर्गी को अलग राज्य बनाने की मांग को लेकर प्रत्येक कल्याण कर्नाटका होराता समिति के समर्थकों का पिछले कई सालों से विरोध प्रदर्शन जारी है। समिति के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं कर्नाटक सरकार पर हमेशा से उत्तरी कर्नाटक के इन जिलों की उपेक्षा करने का आरोप लगया है। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि यह सिलसिला आजादी के बाद से ही जारी है।