खास बात यह कि मटिया महल विधानसभा सीट पर कांग्रेस मुख्य प्रतिद्वंद्वी पार्टी भी नहीं रही। मुस्लिम बहुल इलाका होने के बावजूद यहां भारतीय जनता पार्टी (BJP) दूसरे नंबर पर है। चांदनी चौक व जामा मस्जिद से सटी मटिया महल सीट से शीला दीक्षित के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार में दिल्ली विधानसभा के उपाध्यक्ष रहे पूर्व कांग्रेसी नेता शोएब इकबाल आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार हैं।
मुस्लिम बहुल इलाका होने के बावजूद भाजपा यहां लगभग 20 प्रतिशत वोट हासिल करने में कामयाब रही है। वहीं, कांग्रेस की स्थिति यहां अन्य विधानसभा क्षेत्रों के मुकाबले और ज्यादा खराब है। कांग्रेस को महज 3.83 प्रतिशत वोट हासिल हुए हैं। कांग्रेस के प्रदर्शन को देखते हुए यहां उसकी जमानत जब्त होना तय माना जा रहा है।
कांग्रेस के गढ़ का सफाया मटिया महल जामा मस्जिद के ठीक सामने पड़ने वाला रिहायशी इलाका है। यह क्षेत्र मुगल बादशाह शाहजहां के जमाने से अस्तित्व में है। कभी कांग्रेस का गढ़ रहे मटिया महल में कांग्रेस का सूपड़ा पूरी तरह साफ हो गया है। कांग्रेस ने यहां अपने भरोसेमंद उम्मीदवार मिर्जा जावेद अली को मैदान में उतारा था। जावेद अली को सिर्फ 3379 मत हासिल हुए हैं।
जीत पर फहराया तिरंगा आम आदमी पार्टी और शोएब इकबाल को मटिया महल से मिली इस शानदार जीत के बाद कई उत्साहित युवाओं नें मस्जिद के समीप तिरंगा झंडा फहरा कर अपनी खुशी का इजहार किया। आम आदमी पार्टी के नेता नूरुल हसन ने कहा, “मटिया महल की जीत बाकी सभी पार्टियों के लिए एक सबक है। यहां हमारे चुनाव में सभी धर्म, संप्रदाय के लोगों ने मिलकर साथ काम किया है।”
चुनाव से पहले पहुंचे थे आप विधानसभा चुनाव के लिए पर्चा भरे जाने की आखिरी तारीख से महज कुछ दिन पहले कांग्रेस से आम आदमी पार्टी में आए शोएब इकबाल यहां 67,110 वोट के साथ अजेय स्थिति में पहुंच चुके हैं। शोएब इकबाल इससे पहले भी पांच बार मटिया महल विधानसभा से चुनाव जीत चुके हैं।
पांच बार रहे विधायक दिल्ली विधानसभा के डिप्टी स्पीकर (2003 व 2008) रहे इकबाल 1993, 1998, 2003, 2008 व 2013 में विधायक रहे हैं। 2015 विधानसभा चुनावों में इकबाल को आप के आसिम अहमद खान ने हराया। वह जनता दल व कांग्रेस सहित विभिन्न राजनीतिक दलों के साथ रहे हैं।
भाजपा के कद्दावर नेता हारे भाजपा ने यहां अपने कद्दावर नेता रविंद्र गुप्ता को मैदान में उतारा था। नगर निगम चुनाव में रविंद्र गुप्ता अपना लोहा मनवा चुके हैं। वह उत्तरी दिल्ली नगर निगम की स्थाई समिति के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। बावजूद इसके गुप्ता यहां आम आदमी पार्टी को कहीं भी टक्कर नहीं दे सके। गुप्ता को मटिया महल विधानसभा चुनाव में कुल 16,914 वोट हासिल हुए। करीब 20 प्रतिशत वोट हासिल करने के बावजूद रविंद्र गुप्ता यहां शोएब इकबाल से 50,196 वोटों से पिछड़ गए।